देश के त्यौहारों के रखवाले जांबाज सीमा प्रहरी : कुंवर विक्की
दीवाली का त्यौहार देशवासी हर्षोल्लास से मनाते हैं मगर रोशनी की चकाचौंध में हम जांबाजों को भूल जाते हैं।
संवाद सहयोगी, बमियाल : दीवाली का त्यौहार देशवासी हर्षोल्लास से मनाते हैं, मगर रोशनी की चकाचौंध में अकसर हम देश की सुरक्षा में तैनात जांबाजों को भूल जाते हैं। सरहद पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद, शहीद परिवारों के सदस्यों व शहीद कर्नल केएल गुप्ता सीनियर सेकेंडरी स्कूल बमियाल के छात्रों ने दीवाली पर भारत-पाक सीमा की जीरो लाइन पर स्थित बीएसएफ की न्यू टैंट बमियाल व ढींढा पोस्टों पर जाकर जब बीएसएफ के जवानों को मिठाई, तिरंगा, कैंडल व फुलझड़ियां दी। सरहद का कोना-कोना भारत माता के जयघोषों से गूंज उठा।
दोनों पोस्टों पर आयोजित समारोहों को संबोधित करते हुए परिषद के महासचिव कुंवर रविदर विक्की ने कहा कि आज देशवासी इन जांबाज सैनिकों की बदौलत ही अपने सभी त्यौहार हंसी-खुशी सुरक्षित रहकर मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि घरों से हजारों मील दूर यह जवान पूरी चौकसी के साथ अपनी ड्यूटी निभाते हुए दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखे हुए हैं। हमारे सीमा प्रहरी सही मायनों में हमारे त्यौहारों के रखवाले हैं। ऐसे में देशवासियों का फर्ज बनता है कि ऐसे पर्व हम इन सैनिकों के साथ मनाते हुए इनका मनोबल बढ़ाएं। न्यू टैंट बमियाल पोस्ट के डिप्टी कमांडेंट जीएस गिल, सहायक कमांडेंट संतोष राम, ढींढा पोस्ट के सहायक कमांडेंट राजू राम व खुशविंदर कुमार ने कहा कि वर्षो के सेवा काल के दौरान पहली बार हुआ है कि किसी संस्था ने दीवाली त्यौहार सरहद पर पहुंच कर जवानों के साथ मनाया।
जवानों में दिखता है शहीद बेटे का अक्स : सतपाल अत्री
पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री ने नम आंखों से कहा कि अपना बेटा देश पर कुर्बान करने के बाद उनके लिए दीवाली जैसा त्यौहार कोई मायने नहीं रखता। मगर आज सरहद पर आकर उन्होंने जवानों के साथ दीवाली मनाई है और इन जवानों में उन्हें अपने बेटे का अक्स नजर आ रहा हैं, जिन्हें उन्होंने आठ महीने पहले देश पर कुर्बान कर दिया था। वहीं, शहीद कर्नल केएल गुप्ता के भाई सुरिद्र गुप्ता, शहीद सिपाही दीवान चंद की पत्नी सुमित्रा देवी, शहीद लांस नायक हरीश पाल शर्मा के भाई यशपाल शर्मा, शहीद सिपाही जितेन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही मनदीप कुमार के पिता नानक चंद ने कहा कि सीमा पर आकर इन जवानों के साथ दीवाली मनाते हुए उनका मनोबल बढ़ा है।
इस अवसर पर एसडीएम नरेश त्रिपाठी, पीपीसीसी सचिव सुरिदर महाजन, पीपीसीसी सचिव रिटायर्ड प्रिसिपल जगदेव सिंह, प्रिसिपल आरके गुप्ता, सूबेदार शक्ति पठानिया, रिटायर्ड इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह, मास्टर पवन कुमार, इंस्पेक्टर संजीव कादियान, एसआइ विशाल कुमार, एसआइ बाबू राम यादव, एसआइ रविन्द्र सिंह, इंस्पेक्टर सुदीप कुमार, एएसआइ पूनम सिंह, एएसआइ रघुबीर सिंह, हेड कांस्टेबल आरसी दास आदि मौजूद रहे।