गोधन के रखरखाव पर आ रही समस्याओं पर किया विचार
सर्कुलर रोड स्थित गोपालधाम गोशाला में गोसेवा समिति की ओर से अध्यक्ष विजय पासी की अध्यक्षता में सोशल डिस्टेंसिग के साथ एक बैठक हुई। इसमें गोशाला में गोधन के रखरखाव को लेकर पेश आ रही समस्याओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : सर्कुलर रोड स्थित गोपालधाम गोशाला में गोसेवा समिति की ओर से अध्यक्ष विजय पासी की अध्यक्षता में सोशल डिस्टेंसिग के साथ एक बैठक हुई। इसमें गोशाला में गोधन के रखरखाव को लेकर पेश आ रही समस्याओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया। अध्यक्ष विजय पासी ने बताया कि पिछले कई वर्षों से गोसेवा समिति की ओर से गोपालधाम गोशाला में करीब 300 गोधन का निस्वार्थ भाव से रखरखाव किया जा रहा है, जबकि गोशाला के पास मात्र 200 गो रखने की जगह है, फिर भी वह पुरजोर कोशिशों के साथ सभी गायों की सेवा कर रहे हैं और इस कार्य में सरकार द्वारा भी उन्हें किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन गायों की सेवा में हर महीने लाखों रुपए का खर्च आता है तथा गौशाला शहर वासियों और गो प्रेमियों द्वारा दिए गए योगदान से उक्त सेवा का कार्य करती आ रही है, परंतु बड़े दुख की बात है कि इस निस्वार्थ सेवा के बावजूद कुछ लोग गोशाला की छवि को यह कहकर बदनाम करने की कोशिश करते हैं कि शहर में बेसहारा घूम रही गो के सड़क दुर्घटना में घायल होने पर गोशाला द्वारा उन्हें वहां नहीं रखा जाता है। उन्होंने बताया कि गोशाला पिछले लंबे समय से सरकार से मांग करती आ रही है कि उन्हें साथ लगती जमीन मुहैया करवाई जाए, ताकि वह वहां और गो को लाकर उनका रखरखाव कर सकें और जहां तक घायल गऊओं को गौशाला में लाकर इलाज करने की बात है तो उसके लिए नगर निगम द्वारा डेयरीवाल में गोशाला (कैटल पाउंड) बनाई गई है इसलिए वह लोगों से अपील करते हैं कि शहर में गो संबंधी ऐसी कोई भी समस्या आने पर वह नगर निगम या संबंधित अस्पताल से संपर्क करें, ताकि नगर निगम द्वारा बनाई गई गोशाला में घायल गो का इलाज हो सके और वही उनका रखरखाव हो सके। अध्यक्ष विजय पासी ने आगे कहा कि गोशाला को दूध बेचने के नाम पर भी छवि खराब करने की कई बार कोशिश की जाती रही है लेकिन गोपालधाम गोशाला में जितनी भी गो दूध देती हैं उनका दूध वहां सेवा करने वाले लोग पैसे देकर लेते हैं और उन्हीं पैसों से उन गो के लिए चारा लाया जाता है। उन्होंने कहा कि वह इस बात का विश्वास दिलाते हैं कि अगर सरकार उन्हें गौशाला के साथ लगती जमीन मुहैया करवाती है तो शहर में कोई भी गऊ माता आवारा घूमती हुई नहीं दिखाई देगी और इन सभी गऊओं का गोपालधाम गोशाला द्वारा रखरखाव किया जाएगा। इसके लिए वह डिप्टी कमिश्नर पठानकोट एवं जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि उनकी इस मांग को जल्द पूरा किया जाए ताकि शहर की उक्त मुख्य समस्या का गौशाला द्वारा समाधान करवाया जा सके। इस दौरान मनमोहन काला, ओमप्रकाश शर्मा, पंडित बृजेश शास्त्री आदि उपस्थित थे।