बिल न भरने वालों के कटेंगे पानी व सीवरेज कनेक्शन
उधर, इस संदर्भ में जब वाटर सप्लाई ब्रांच के इंचार्ज अश्वनी शर्मा से बात की तो उनका कहना था कि 31 मार्च तक सारा बकाया जो तीन करोड़ के करीब बनता है को शून्य करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। योजना के अनुसार कुल 47 ब्लाकों में जो तीन करोड़ की राशि है उसमें से केवल 11 और 14 में ही डेढ़ करोड़ के करीब बनती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पहले फेज में इन वार्डों का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को इन ब्लाकों से अभियान की शुरुआत होगी जिसके लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में तीन-तीन सदस्य होंगे जिनका नेतृत्व क्लर्क करेगा। क्लर्क मौके पर बकाया धारक को उसका बकाया बताने के बाद जमा करवाने के लिए कहेगा। अगर उपभोक्ता बकाया जमा करवाने से मना करता है तो उसका मौके पर ही कनेक्शन काटा जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को भेजे जाने वाला बिल ही नोटिस होता है जिसमें सारी शर्तें व कंडीशने लिखी होती है।
विनोद कुमार, पठानकोट
मापदंड पूरे न करने वाले मैरिज पैलेसों को सील करने के बाद निगम की वाटर सप्लाई ब्रांच ने भी एक्शन प्लान तैयार किया है। योजना के अनुसार कुल 3 करोड़ की बकाया राशि को एकत्र करने के लिए बकाया धारकों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। निगम की टीम मौके पर बकाया धारक के पास जाएगी और उनसे बकाया वसूलेगी। मंगलवार से अभियान की शुरुआत ब्लॉक 11 व 14 से होगी। सोमवार को तीन टीमों का गठन कर दिया जाएगा। मंगलवार को टीम के सदस्य बकाया धारकों के पास जाएगी और बिल न भरने पर पानी व सीवरेज का कनेक्शन काटने का काम शुरू कर देगी। इस बात की पुष्टि नगर निगम की वाटर सप्लाई एवं सीवरेज ब्रांच के इंचार्ज अश्वनी शर्मा ने की।
काबिलेगौर हो कि निगम के अधीन पठानकोट नगर निगम की कुल 2.84 लाख आबादी में से शहर की 1.85 लाख आबादी है। निगम अभी तक केवल शहरी आबादी वाले उपभोक्ताओं से ही पानी व सीवरेज बिलों की सीधे तौर पर वसूली कर रहा है। शहर में कुल 27 हजार उपभोक्ता हैं जिसमें से 19 हजार उपभोक्ताओं को सरकार के नियमों की ओर से छूट मिली हुई है यानि की 27 हजार उपभोक्ताओं में मात्र 8600 उपभोक्ता ही पानी व सीवरेज का बिल भरते हैं। राज्य सरकार की ओर से शहरी आबादी में 5 मरले से कम जगह वाले मकानों को पिछले दस सालों से सीवरेज व पानी बिलों में छूट दे रखी है। उपभोक्ताओं पर 3 करोड़ से अधिक का बकाया हो चुका है। बकाया धारकों को कई बार मौखिक तौर पर बिल जमा करवाने के लिए कहा गया परंतु ज्यादा फायदा नहीं हुआ।
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47 ब्लाकों में सबसे अधिक बकाया राशि 11 और 14 ब्लाक में
निगम की वाटर सप्लाई ब्रांच के सूत्रों का कहना है कि पानी व सीवरेज बिलों की वसूली के लिए शहर को 47 ब्लॉकों में बांटा गया है। कुल मिलाकर आज की तारीख में बकाया धारकों पर तीन करोड़ से अधिक की बकाया राशि हो चुकी है। निगम को 40 लाख रुपए के करीब बकाया राशि से पैसा भी आया परंतु निगम का उद्देश्य सारा बकाया वसूलना है।
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ब्लाक 11 और 14 के अधीन आता है यह एरिया
वाटर सप्लाई ब्रांच के अनुसार ब्लाक 11 में पटेल नगर, सैली रोड, शिवा जी नगर, एलआईसी लेन व ओल्ड सब्जी मंडी वाला एरिया आता है। ब्लॉक के अधीन लगभग 150 उपभोक्ताओं पर तकरीबन 70 लाख की बकाया राशि है। इसी प्रकार ब्लॉक 14 के अधीन ढांगू पीर, सैली कुलियां, फ्रेंडस कालोनी, शक्ति नगर, शिव नगर, ढांगू रोड एरिया, एमडीके स्कूल साइड, बैंक कालोनी, गिल एवन्यू, नत्थू नगर एरिया आता है। ब्लाक में 200 के करीब बकाया धारक हैं जिन पर 80 लाख बकाया है।
बाक्स वाटर सप्लाई ब्रांच के इंचार्ज अश्वनी शर्मा ने कहा कि 31 मार्च तक सारा बकाया को शून्य करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। योजना के अनुसार कुल 47 ब्लाकों में जो तीन करोड़ की राशि है उसमें से केवल 11 और 14 में ही डेढ़ करोड़ के करीब बनती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पहले फेज में इन वार्डों का चयन किया गया है। इन ब्लाकों से अभियान की शुरुआत होगी जिसके लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में तीन-तीन सदस्य होंगे जिनका नेतृत्व क्लर्क करेगा।