Move to Jagran APP

कैबिनेट मंत्री सरारी बोले, पठानकोट के धारकलां को बनाया जाएगा रेशम उत्पादन की राजधानी

किसानों के द्वारा तैयार रेशम के बढि़या दाम मिले इसके लिए क्षेत्र में एक बड़ वेयरहाउस खोला जाएगा। यहां कीट पालकों के तैयार रेशम को स्टोर कर रखा जाएगा एवं मार्किट में बढि़या दाम होने पर बेचा जाएगा। यह बात बागवानी मंत्री फौजा सिंह सरारी ने कही।

By Edited By: Published: Fri, 16 Sep 2022 04:52 PM (IST)Updated: Fri, 16 Sep 2022 04:52 PM (IST)
कैबिनेट मंत्री सरारी बोले, पठानकोट के धारकलां को बनाया जाएगा रेशम उत्पादन की राजधानी
धार के गांव नियाड़ी भटवां में राज्य स्तरीय सेरिकल्चर किसान मेले में कैबिनेट मंत्री बागवानी फौजा सिंह सरारी।

संवाद सहयोगी, दुनेरा: धार कलां तहसील को रेशम की राजधानी बनाया जाएगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां के रेशम की मांग बढ़े। किसानों के द्वारा तैयार रेशम के बढि़या दाम मिले इसके लिए क्षेत्र में एक बड़ वेयरहाउस खोला जाएगा। यहां कीट पालकों के तैयार रेशम को स्टोर कर रखा जाएगा एवं मार्किट में बढि़या दाम होने पर बेचा जाएगा। यह बात शुक्रवार को धार के गांव नियाड़ी भटवां में राज्य स्तरीय सेरिकल्चर किसान मेले में कैबिनेट मंत्री बागवानी, स्वतंत्रता सेनानी, सैनिक सेवाएं एवं फूड प्रोसेसिंग फौजा सिंह सरारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कही।

loksabha election banner

इस दौरान उनके साथ चेयरमैन पंजाब पर्यटन निगम विभूति शर्मा व अमित मंटू भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि रेशम उत्पादन का काम प्रदेश मुख्य रूप से कंडी क्षेत्र के ग्रामीण व गरीब किसानों की ओर से किया जा रहा है। यह कार्य मेहनत आधारित कार्य है, जिसमें रेशम कीट पालक मेहनत के साथ रेशम का उत्पादन करते हैं, जो कि एक महंगा, लचीला एवं कुदरती पदार्थ है।

इस तरह से यह कार्य गरीब वर्ग के रोजगार में अहम भूमिका निभाता है। खासकर महिलाएं इस कार्य के साथ जुड़ी होने के कारण आत्म निर्भरता की मिसाल कायम कर रहीं हैं। इस मेले में सेरिकल्चर विभाग, बागबानी विभाग, केंद्र रेशम बोर्ड एवं खेतीबाड़ी विभाग अपने-अपने विभागों की गतिविधियों से संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। इसके साथ कृषि विज्ञान केंद्र एवं केंद्र रेशम बोर्ड के माहिरों की ओर से किसानों को अलग-अलग विषयों से संबंधित तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।

इस मौके पर गंगा एग्रो इंडस्ट्री लुधियाना के कौशिक मोहित की ओर से रेशम उत्पादन की वेल्यू एडिशन एवं मार्के¨टग संबंधी जानकारी दी गई। इस मौके पर बागवानी मंत्री की ओर से सेरिकल्चर फार्म नियाड़ी में शहतूत का पेड़ लगाकर राज्य में शहतूत की प्लांटेशन को बढ़ाने की मुहिम शुरू की। बागवानी मंत्री एवं डायरेक्टर बागवानी पंजाब की ओर से रेशम उत्पादकों के घरों का दौरा भी किया एवं उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी इच्छा है कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा किसान स्वयं रोजगार प्राप्त करने के लिए आगे आए, जिसके लिए पंजाब सरकार उनकी मदद करेगी। इस दौरान मुख्य मेहमान की ओर से रेशम उत्पादक विजय कुमार, कमल कुमार सहित 25 किसानों को नगद इनाम देकर सम्मानित किया गया।

उन्होंने कहा कि सेरिकल्चर विभाग बहुत सी घरेलू औरतों को काम देने एवं आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य में इस कार्य को उत्साहित करने के साथ ज्यादा से ज्यादा किसान इस कार्य से जुड़ेंगे और रेशम की पैदावार बढ़ेगी। इससे किसानों के आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने एवं उन्हें सामाजिक स्तर को भी ऊंचा उठाया जा सकेगा। कार्यक्रम में आइएफएस डायरेक्टर बागवानी शैलेंद्र कौर, संयुक्त डायरेक्टर बागवानी दिनेश कुमार, डिप्टी डायरेक्टर बागवानी तरुण सागर, जिलाधीश हरबीर ¨सह, सहायक डायरेक्टर बागवानी शम्मी महाजन, करतार ¨सह, अश्वनी शर्मा, सरपंच करनैल ¨सह, राकेश कुमार, अशोक शर्मा एवं अन्य उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.