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मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गांवों के रुके विकास कार्य

गांव लजेंरा के सरपंच विजय धीमान ने कहा कि गांवों में मनरेगा विकास कार्य शुरू करवाने के लिए सरकार को अन्य कोई रास्ता निकल कर तुरंत प्रभाव से काम शुरू करवाना चाहिए। गांव गड़ल की सरपंच लक्ष्मी देवी ने कहा कि फरवरी 2022 में पंजाब विधान सभा के चुनाव होने हैं जिसकी वजह से चुनाव आचार संहिता लगने के कारण भी विकास के काम बंद हो जाएंगे। इसलिए सरकार तुरन्त इनकी हड़ताल को खत्म करवाने का प्रयास करें।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 04:18 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 04:18 PM (IST)
मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गांवों के रुके विकास कार्य
मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गांवों के रुके विकास कार्य

संवाद सहयोगी, दुनेरा: मनरेगा कर्मचारियों की ओर से मांगो को लेकर लगातार हड़ताल की जा रही है, जिस कारण गांवों की पंचायतों के विकास कार्य प्रभावित हो रहें हैं। विभिन्न गांवों के सरपंचों की और से गांवों में करवाए गए विकास कार्यों की पेमेंट रुक गई है। इससे लोगों में सरकार के खिलाफ रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि सरकार को तुरंत इस ओर ध्यान देना चाहिए व हड़ताल को खत्म करवाना चाहिए, ताकि विकास कार्य पुन: शुरू हो सकें।

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सरपंच राजेश कुमार राजू ग्राम पंचायत दुनेरा ने कहा कि मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल से गांवों के विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। मनरेगा ने गांवो की नुहार बदली थी, परंतु अब सभी विकास कार्य ठप हैं। गांव भमलादा सरपंच सुमन वाला का कहना है कि मनरेगा से ग्रामीण बेरोजगार महिलाओं को गांवों में ही काम मिला था। काम के बदले मिलने वाले पैसे से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही थीं। गांव पलाह सरपंच संयोगिता ने कहा कि सरकार को मनरेगा कर्मचारियों कि हड़ताल समाप्त करवाने के लिए उनकी मांगों की ओर ध्यान देना चाहिए। गांव घाड़ बगडोली के सरपंच किशन चंद ने कहा कि मनरेगा के तहत कार्यों के लिए सारा सामान उधार ले कर कार्य करना पड़ता है। कई पंचायतों के बिल हड़ताल के चलते पास नहीं हो पा रहे हैं।

गांव नियाडी की सरपंच वंदना ने कहा कि हड़ताल के कारण सीमेंट, बजरी, रेत व टाईल्स के ठेकेदारों की पेमेंट न होने से सरपंच परेशान हो रहे हैं। इसलिए सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। गांव नलोह की सरपंच अंजू बाला ने कहा कि मनरेगा के तहत कार्यों के चलते गांवों का विकास हो रहा था। लेकिन कर्मचारियों की हडताल से सारे विकास कार्य रूक गए है। इसलिए हडताल को तुरंत खत्म करने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिएं। गांव दुनेरा झिकला के सरपंच पप्पू राम ने बताया कि मनरेगा के तहत किए काम की पेमेंट कार्य पूरा होने के बाद ही मिलती है, जिसके कारण पंचायतों के लाखों के बिल हड़ताल के कारण कार्यालय में फंसे हुए हैं एवं ठेकेदार सरपंचों को तंग कर रहे हैं।

गांव लजेंरा के सरपंच विजय धीमान ने कहा कि गांवों में मनरेगा विकास कार्य शुरू करवाने के लिए सरकार को अन्य कोई रास्ता निकल कर तुरंत प्रभाव से काम शुरू करवाना चाहिए। गांव गड़ल की सरपंच लक्ष्मी देवी ने कहा कि फरवरी 2022 में पंजाब विधान सभा के चुनाव होने हैं, जिसकी वजह से चुनाव आचार संहिता लगने के कारण भी विकास के काम बंद हो जाएंगे। इसलिए सरकार तुरन्त इनकी हड़ताल को खत्म करवाने का प्रयास करें।


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