अब घर और समाज सेवा में बीत रहा दिन
दी प्राइमरी एग्रीकल्चर डवलपमेंट बैंक के चेयरमैन युद्धवीर सिंह पठानिया अब बैंक की बजाय समाजिक कार्यों में सेवा करके अपना समय व्यतीत कर रहे हैं।
विनोद कुमार, पठानकोट : दी प्राइमरी एग्रीकल्चर डवलपमेंट बैंक के चेयरमैन युद्धवीर सिंह पठानिया अब बैंक की बजाय समाजिक कार्यों में सेवा करके अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। हालांकि, उनकी दिनचर्या में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। रोज की तरह वह अब भी सुबह 5:30 बजे उठते हैं। उठने के बाद अपने खेतों में थोड़ा- बहुत काम करते हैं और फिर नहाकर पूजा करते हैं। पहले भी उनकी दिनचर्या ऐसी ही थी। पहले वह अपने खेतों में थोड़ा समय ज्यादा लगाते थे जिसमें थोड़ा बदलाव आया है। सुबह 9 से लेकर 11 बजे तक पाठ- पूजा कर ईश्वर से भारत को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त करने के लिए दुआ करते हैं। पठानिया ने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में दो महीने पहले सुना जरूर था, लेकिन, इसकी वजह से भारत में सभी मंदिर व धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लग जाएगी। इसके बारे में कभी सोचा भी नहीं था। खैर सवा सौ करोड़ भारतवासियों ने भी प्रण कर लिया है कि वह इस महामारी को भारत से निकाल कर ही दम लेंगे, जिसमें सभी का सहयोग जरूरी है। पठानिया कहते हैं कि कोरोना वायरस से पहले वह करीब 11 बजे घर से निकलते थे और सीधे बैंक में पहुंचते थे। बैंक में करीब तीन घंटा कामकाज देखने के बाद वह पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों व जरूरतमंद लोगों के विभिन्न कार्यालयों में पेंडिग कार्यों को करवाने के बाद शाम घर चले जाते थे। अब जबकि, देश पर संकट की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में अपने सभी कामकाज को छोड़ कर वह समाजिक कार्यों को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। सुजानपुर के विधायक दिनेश सिंह बब्बू व मंडल प्रधान जगमोहन सिंह जग्गा के नेतृत्व में गांव झझेली में लगाए गए लंगर में लोगों को भोजन वितरित करते हैं। इस दौरान फिजिकल डिस्टेंस की पालना को ध्यान में रख कर भोजन वितरित किया जाता है। 12 से लेकर करीब तीन बजे तक वह वहीं रुकते हैं और भोजन वितरित करवाने के बाद रोजाना अपनी जान-पहचान और पार्टी के करीब 60-70 लोगों से संपर्क कर उनका हाल-चाल जानते हैं। अगर किसी को कोई समस्या आती है तो उसका भी समाधान करवाया जाता है। युद्धवीर सिंह पठानिया का कहना है कि संकट की इस घड़ी को सभी एक दूसरे का साथ दें ताकि कोरोना को हराया जा सके।