कंडी क्षेत्र में लगातार कम हो रहा जलस्तर, लोग चिंतित
इन योजनाओं के कुओं में बीते पांच सालों से लगातार जल स्तर कम होता जा रहा है। इस बार जून से पहले ही कुओं का जल स्तर कम हो गया है। जल योजना पर कार्य करने वाले कर्मचारियों की मानें तो जल योजना के कुओं में इस बार जून से पहले ही छह से आठ फीट पानी का स्तर कम हो गया है। यह चिता का विषय है।
संवाद सहयोगी, दुनेरा: कंडी क्षेत्र धार कलां में बहुमूल्य पेयजल का स्तर हर साल कम होता जा रहा है। क्षेत्र के गांवों को पीने के पानी की आपूर्ति चक्की खड्ड में लगी जल योजनाओं से की जाती है। इन योजनाओं के कुओं में बीते पांच सालों से लगातार जल स्तर कम होता जा रहा है। इस बार जून से पहले ही कुओं का जल स्तर कम हो गया है। जल योजना पर कार्य करने वाले कर्मचारियों की मानें तो जल योजना के कुओं में इस बार जून से पहले ही छह से आठ फीट पानी का स्तर कम हो गया है। यह चिता का विषय है। पानी का स्तर कम होने से जहां एक ओर जन सेहत विभाग की परेशानियां बढ़ गईं हैं, वहीं, क्षेत्र के गांवों में पानी की सप्लाई कम होने से लोगों की दिक्कतें भी बढ़ती ही जा रहीं हैं। अवैध खनन के चलते कम हुआ जलस्तर : सर्वेश्वर शर्मा
सर्वेश्वर शर्मा ने बताया कि पानी का जल स्तर कम होना खतरे की घंटी है। क्षेत्र के गांवों के प्रतिनिधि इस ओर ध्यान दें कि किस तरह से पानी के स्तर को ऊपर उठाया जा सकता है। इसके लिए लोगों को पानी की बचत के लिए जागरूक करना होगा। तभी भविष्य में पानी की बचत हो सकती है। चक्की खड्ड में पानी का जल स्तर कम होने का मुख्य कारण अंधाधुंध अवैध खनन है। बखतपुर, चंडौला आदि इलाकों से अवैध खनन होने के कारण पानी का स्तर कम हो गया है। इसके आने वाले समय में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। कुदरती जलाशयों में हो गई पानी की कमी: नरेंद्र सिंह
नरेंद्र सिंह ने बताया कि धार क्षेत्र की जल योजनाओं के साथ साथ क्षेत्र भर के कुदरती जलाशयों में भी पानी की कमी हो गई है। इस बार गर्मी का मौसम जल्द शुरू होने से भी समस्या बढ़ रही है। वहीं, चक्की खड्ड अवैध खनन से 10 से 15 फीट गहरी हो गई है। इसके कारण भूजल भी गहरा हो रहा है। जिला प्रशासन को गिरते भूजल को बचाने के लिए अवैध खनन को रोकना चाहिए, क्योंकि पानी की कमी लोगों के लिए भविष्य में और अधिक परेशानियों को बढ़ाएगी। हिमाचल में बांध बनने से सूख जाएंगी जल योजनाएं: विनोद कपूर
विनोद कपूर ने बताया कि आने वाले समय में धार कलां के गांव लैहरुन, दुनेरा, गड़ल, गाहल, लजेरां, भगुडीं, पलाह, भटवां, नियाडी, मगनेत आदि में पीने के पानी की भारी किल्लत हो जाएगी, क्योंकि इन गांवों को चक्की खड की जल योजनाओं से पानी मिल रहा है। उधर, चक्की खड में हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के लाहड़ु क्षेत्र में सिचाई योजना के लिए एक बड़ा बांध बन रहा है। इसके बनते ही इस क्षेत्र के पानी को रोक कर हिमाचल के कांगड़ा जिले के गांवों को सिचाई के लिए दे दिया जाएगा। इससे पंजाब की यह जल योजनाएं पूरी तरह से सूख जाएंगी। इसलिए समय रहते राज्य सरकार को इन गांवों को पीने के पानी के अन्य स्त्रोतों का प्रबंध कर लेना चाहिए। हिमाचल में बन रहा बांध धार क्षेत्र को प्रभावित करेगा: अर्जुन सिंह
अर्जुन सिंह ने कहा कि धार क्षेत्र पहले ही पीने के पानी की समस्याओं से लंबे समय से जूझ रहा है। इस बार गर्मी के मौसम में तो हालात पहले से ज्यादा खराब हो गए हैं। जल योजना के कुएं में पानी का जल स्तर कम होना क्षेत्र के लिए किसी बड़े खतरे का अहसास करवा रहा है। पानी के जल स्तर को बढ़ाने के लिए भले ही जन सेहत विभाग ने चक्की खड्ड में बह रहे पानी को कुओं की तरफ मोड़ कर कुओं के जल स्तर को मेनटेन करने की कोशिश की है, लेकिन हिमाचल में इसी चक्की खड्ड में बन रहा बांध आने वाले समय में पंजाब के इस क्षेत्र को प्रभावित करेगा।