स्टेडियम बना तालाब, मुकाबले रद होने से खेल प्रेमी निराश
ाहीद भगत सिंह नगर खेल स्टेडियम में बारिश के कारण जलभराव होने शहरवासी परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, सुजानपुर :शहीद भगत सिंह नगर खेल स्टेडियम पानी का तालाब का रूप धारण कर चुका है जिसके कारण कुश्ती मुकाबले रद करने पड़े। इतना ही नहीं बरसात पड़ने के कारण स्टेडियम में एक फुट पानी खड़ा हो गया। जबकि पिछले दो महीने से यही हाल स्टेडियम का है, जिसके कारण खेल प्रेमियों में भारी निराशा पाई जा रही है। जबकि इसको ठीक करने में पंजाब सरकार जिला प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा। उल्लेखनीय है पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय रघुनाथ सहाय पुरी के कार्यकाल में 80 लाख खर्च करके खेल स्टेडियम बनाया गया था। लेकिन खेल स्टेडियम का सही रखरखाव न होने के कारण यह जर्जर हालत में हो गया है। जबकि तीन वर्ष पहले खेल स्टेडियम में मिट्टी भी डाली गई थी। शहर के विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा खेल स्टेडियम ठीक करने के लिए पंजाब सरकार जिला प्रशासन से मांग की गई है। एकमात्र खेल स्टेडियम, सरकार ध्यान दे : ठाकुर रंजीत सिंह
ठाकुर रंजीत सिंह ने कहा कि पिछले 3 महीनों से स्टेडियम में पानी भरा होने के कारण खेल प्रेमी खेल नहीं सके हैं। सुजानपुर में मात्र एक खेल स्टेडियम है सरकार इस तरफ ध्यान दें।
बरसात के बाद भर गया है पानी : लायन रतन शर्मा
लायन रतन शर्मा ने कहा कि सुजानपुर में मात्र एक खेल स्टेडियम है। बरसात के बाद स्टेडियम में पानी भर गया है जिसके कारण कुश्ती मुकाबले रद्द करने पड़े हैं जिससे लोग निराश हो गए। बारिश से बचाव के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए : भानु प्रताप सिंह
समाज सेवक भानु प्रताप सिंह ने कहा कि सुजानपुर स्टेडियम जर्जर हालत में होने के कारण नगर कौंसिल प्रशासन और जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए क्योंकि एकमात्र खेल स्टेडियम बच्चों के लिए है।
स्टेडियम की मरम्मत की आवश्यकता : जसपाल सिंह
लाइफ टाइम अनमोल स्पोर्ट्स क्लब प्रधान जसपाल सिंह ने कहा कि सुजानपुर की आबादी 50,000 के पास है जिसके लिए मात्र एक खेल स्टेडियम है। अब स्टेडियम की मरम्मत की आवश्यकता है और तभी इसका लोगों को लाभ मिलेगा।
पानी का निकासी का प्रबंध करे सरकार : सुरेश महाजन
लायंस क्लब हरमन के प्रधान सुरेश महाजन राजू ने कहा कि सरकार खेल स्टेडियम की ओर ध्यान देखकर इसकी रिपेयर कराएं तथा पानी की निकासी का प्रबंध करें ताकि बच्चों को खेलने का मौका मिले।