बैराज बांध बनने पर पाकिस्तान जाने से रोका जाएगा पानी : गजेंद्र शेखावत
शाहपुर कंडी बैराज बांध पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के केबिनेट मंत्री गजेंद्रा सिंह शेखावत ने बैराज बांध अधिकारियों जम्मू कश्मीर सरकार के अधिकारियों व केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यो का निरिक्षण किया।
जागरण टीम, जुगियाल/शाहपुरकंडी : मंगलवार का दौरा स्थगित होने के बाद बुधवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत बैराज निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। दोपहर बाद 12.45 पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री आधा घंटा ही रूके। इस दौरान उन्होंने सिचाई विभाग के सचिव कर्णेशकर शर्मा, आरएसडीए चीफ इंजीनियर एसके सलूजा और अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश जारी किए। शेखावत ने कहा कि 2021 के अंत तक बैराज बांध का काम समाप्त हो जाना चाहिए। केंद्र सरकार की तरफ से फंड की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बांध के बनने के बाद हरिके पतन पर ज्यादा से ज्यादा पानी को रोककर पाकिस्तान जाने से रोका जाएगा। केंद्र और प्रदेश सरकार इसे लेकर गंभीर है जिसके जल्द ही परिणाम आएंगे। मंगलवार को पंजाब के सिंचाई और जल मंत्री सुखविंद्र सरकारिया ने उनका दिनभर इंतजार किया लेकिन बुधवार को कोई भी नेता नहीं पहुंचा। इस अवसर डीसी पठानकोट गुरप्रीत खैरा, एसएसपी दीपक हिलोरी, एडीसी अभिजीत कपलिस, एसपी हेपुष्प, एसई हेडक्वार्टर नरेश महाजन, एसडीएम डॉ निधि कलोत्रा, सोमा कंपनी के जीएम वेंकेटशर, एसई केसी भगत ,एसई जेपी सिंह, एचएस बग्गा, जेआर डोगरा, सुरिद्र सैनी, जितेंद्र अरोडा, सोमा कपंनी के एचआर डेनियल उपस्थित थे।
जम्मू कश्मीर को होगा फायदा
गजेंद्र शेखावत ने बताया कि बांध से बचने वाले पानी को सीमावर्ती क्षेत्रों में भेजकर 100 से अधिक गांवों को पीने का पानी भी उपलब्ध करवाने की योजना है। प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार 86 प्रतिशत फंड देगी। जम्मू कश्मीर को इसका फायदा दिया जाएगा, इसके लिए उक्त राज्य के हिस्से के फंड को भी केंद्र सरकार ही देगी जबकि 14 फीसद हिस्सा पंजाब सरकार का होगा। भूजल का स्तर बचाने के किए जा रहे प्रयास
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने गिरते भू जलस्तर पर चिता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अटल जल योजना के तहत छह हजार करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इससे भूजल का स्तर बचाने के लिए कई प्रोजेक्टों पर कार्य किया जाएगा। पानी का प्रदूषित होना गंभीर मसला है। पंजाब में जलस्तर गिरावट और प्रदूषित दोनों समस्याएं हें। लुधियाना और बठिंडा जैसे कई शहरों में ये दिक्कतें उबरकर सामने आ रही हैं। एनजीटी भी सरकार को सुधार लाने को लेकर फटकार लगा चुकी हैं। शेखावत ने सख्त लहजे में अधिकारियों को जल प्रदूषण को रोकने को सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए।