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हैप्पी सीडर से बीजा गेहूं, खर्च में आई कमी

पराली जलाए बिना हैप्पी सीडर से ब्लॉक घरोटा के गांवों में गेहूं की बिजाई करना किसानों के लिए लाभदायक साबित हुई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Dec 2018 11:09 PM (IST)Updated: Mon, 03 Dec 2018 11:09 PM (IST)
हैप्पी सीडर से बीजा गेहूं, खर्च में आई कमी
हैप्पी सीडर से बीजा गेहूं, खर्च में आई कमी

संवाद सहयोगी, घरोटा

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पराली जलाए बिना हैप्पी सीडर से ब्लॉक घरोटा के गांवों में गेहूं की बिजाई करना किसानों के लिए लाभदायक साबित हुई है। इससे कृषि के लागत मूल्य में कटौती हुई हे। गांव अजीजपुर के किसान विनोद कुमार ने इस वर्ष पराली को जलाए बिना 6 एकड़ भूमि पर गेंहू की बिजाई की है। लागत कम होने से किसान विनोद खासा उत्साहित है। विनोद कुमार ने बताया कि उसने एसएमएस लगी कंबाइन से धान की कटाई करके बिना पराली को आग लगाए हैप्पी सीडर से गेंहू की बिजाई की है। उन्होंने बताया कि हैप्पी सीडर कृषि विज्ञान केंद्र पठानकोट की और से उपलब्ध करवाया गया और तकनीकी जानकारी कृषि विभाग की और से प्रदान की गई। उसने बताया कि ब्लाक कृषि अधिकारी व उनकी टीम की और से चलाई जागरूकता अभियान के अंतगर्त उसने यह पहल की है। विनोद कुमार ने बताया कि हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई करने पर 3 लीटर डीजल प्रति एकड़ खर्च होता है। जबकि पराली जला कर गेंहू की बिजाई की जाए तो 20 लीटर डीजल प्रयोग होता है। किसान विनोद ने बताया कि हैप्पी सीडर से गेंहू की बिजाई के से लागत खर्च में कटौती हुई है। इस प्रकार से गेहूं बीजने से कीटनाशकों और नदीननाशकों की जरूरत भी कम पड़ेगी और फसल पर खर्च कम आएगा। वहीं दूसरी तरफ पराली मिटटी में मिल जाने से जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ जाएगी। उन्होंने अन्य किसानों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया।


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