बेचारा किसान असुविधाओं का मारा, अनाज मंडी में समस्याओं की भरमार
जिले की प्रमुख अनाज मंडी फोकल प्वाइंट नौंरगपुर में किसान मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।
राजीव महाजन, घरोटा : जिले की प्रमुख अनाज मंडी फोकल प्वाइंट नौंरगपुर में किसान मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। मंडी में फसल की आमद के मुकाबले बारदाना की कमी है। हालात यह हैं कि मंडी में फसल के अंबार लगे हुए हैं। खरीद में पहले 10 दिन की देरी और अब किसान पेमेंट को तरस गए हैं। ऐसे में इस वर्ग की दीवाली फीकी रह सकती है। सुविधाओं के नाम पर असुविधाएं झेल रहे किसानों में गुस्सा साफ देखा जा रहा है।
मंडी में बारदाना की काफी किल्लत है तो पनग्रेन भी धान की फसल की खरीद में तेजी नहीं ला पा रही है। किसान 4 दिनों से मंडी में फसल लेकर पहुंचे हुए हैं। इसके बाबजूद अभी भी फसल की खरीद में तेजी नहीं हो पा रही है। जबकि बेची फसल पेमेंट को लेकर चक्कर काट रहे हैं। इसके अलावा मंडी किसानों के बैठने एवं लाइट की उचित व्यवस्था नहीं है। बता दें कि जिला में नौंरगपुर फोकल प्वाइंट स्थित मंडी जिला की प्रमुख है। पूर्व मंत्री सत्यपाल सैनी के प्रयासों के चलते घरोटा क्षेत्र में दो दशक पहले निर्मित यह मंडी किसानों के लिए बड़ी सुविधा साबित हुई थी। लेकिन लंबे अरसे से इसकी अनदेखी के चलते यहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। राजनीतिज्ञ व प्रशासनिक अधिकारी इसके कायाकल्प के लिए आश्वासन तो खूब देते रहे पर किसी ने भी इसके सुधार को सार्थक प्रयास नहीं किया, इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, मंडी के सुपरवाइजर बनारसी दास जल्द व्यवस्थाएं बनाने का आश्वासन दे रहे हैं और उनका कहना है कि इस बाबत उच्चाधिकारियों को भी सूचित किया गया है।
कच्चे में फसल उतारने को विवश किसान : निर्मल
पूर्व जिप सदस्य व किसान ठाकुर निर्मल सिंह ने कहा कि जब से फोकल प्वाइंट दाना मंडी का निर्माण हुआ। फसल की आमद के मुकाबले फड़ को पक्का नहीं किया गया। प्रत्येक सीजन में कई किसान मजूबरन कच्चे में फसल लगाने को विवश होते हैं। इससे फसल को नुकसान के साथ ही किसान परेशान होते हैं।
शेड तक नहीं मंडी में : बचन
पूर्व जिला परिषद सदस्य डॉ बचन लाल ने कहा कि क्षेत्र के लिए नौरंगपुर अनाज मंडी वरदान है। दुखद है कि मंडी के उत्थान की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। मंडी में अनाज शेड निर्माण को किसान कई वार आवाज उठा चुके हैं। किसान खुले आसमान तले फसल उतारने और बारिश में भीगने को मजबूर होते हैं।
बारदाना व लिफ्टिंग की सुस्त चाल : सुखजिद्र
किसान सुखजिद्र सिंह ने कहा कि नौंरगपुर दाना मंडी में चाहे खरीद सरकारी खरीद आरंभ होने से 10 दिन पिछड के आरंभ हुई है। इसके बाबजूद मंडी में बारदाना की किल्लत के साथ लिफ्टिग की भी समस्या है। ऐसे में किसान मजबूरन अन्य स्थानों पर फसल बेचने को विवश है। किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द हो।
दीवाली पर किसान मायूस
किसान नेता शाम लाल शर्मा ने कहा कि किसानों को फसल से काफी उम्मीदें होती है। पहले ही मंदहाली से गुजर रहे किसान कर्ज में जकड़े हुए हैं, अब मंडी से पेमेंट न मिलने से चितित है। जल्द फसल का भुगतान किसानों को हो, जिससे कि वे परिवार के साथ इसे खुशी से मना सकें।