चुनाव के कारण सलेक्शन कमेटी की मी¨टग रदद, प्रदर्शन
रणजीत सागर बांध परियोजना के निर्माण के समय अपनी जमीन देने वाले बांध औसती परिवारों को रोजगार देने के लिए होने वाली सिलेक्शन कमेटी की मी¨टग सोमवार को रदद हो गई। मी¨टग रदद होने के बाद बांध औसती परिवारों में भारी रोष है। सोमवार को बांध औसती परिवारों की यूनियन ने अध्यक्ष डॉक्टर रमेश ¨सह अध्यक्षता रणजीत सागर बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर कार्यालय के समक्ष धरना दिया और प्रदर्शन किया और चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्हें जल्द ही रोजगार नहीं मिला तो वह पुन: मरणव्रत पर बैठेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। सोमवार को रदद हुई मी¨टग अब 3 अक्तूबर को रखी जाएगी।
संवाद सहयोगी, जुगियाल : रणजीत सागर बांध परियोजना के निर्माण के समय अपनी जमीन देने वाले बांध औसती परिवारों को रोजगार देने के लिए होने वाली सलेक्शन कमेटी की मी¨टग सोमवार को रद्द हो गई। मी¨टग रदद होने के बाद बांध औसती परिवारों में भारी रोष है। सोमवार को बांध औसती परिवारों की यूनियन ने अध्यक्ष डॉक्टर रमेश ¨सह अध्यक्षता रणजीत सागर बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर कार्यालय के समक्ष धरना दिया और प्रदर्शन किया और चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्हें जल्द ही रोजगार नहीं मिला तो वह पुन: मरणव्रत पर बैठेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। सोमवार को रदद हुई मी¨टग अब 3 अक्तूबर को रखी जाएगी।
काबिलेगौर हो कि रणजीत सागर बांध परियोजना के निर्माण कि समय कई परिवारों की जमीन अधिगृहित की गई थी। उस समय प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण करते हुए परिवारों को भरोसा दिया था कि उनके परिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। लेकिन करीब बीस साल बाद भी उन लोगों को रोजगार नहीं मिल सका है। इसीलिए औसती परिवार रोजगार की लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं बीते कुछ माह पहले ही बांध औसती परिवार मरणव्रत पर बैठ गए थे जिसके बाद अधिकारियों ने यह कह कर मरणव्रत खत्म करवा दिया था कि बांध औसती परिवारों को एक महीने में रोजगार दिया जाएगा। लेकिन बावजूद इसके यह काम लटकते हुए दो महीने से ज्यादा का समय बीत गया है। सोमवार को ही आरएसडी की सलेक्शन कमेटी की मी¨टग होनी थी लेकिन चुनावों के कारण वह रदद हो गई। मी¨टग रदद होने पर औसती परिवार भड़क उठे हैं।
प्रशासन ने कई बार वादा करके धोखा दिया
इस मौके पर डाक्टर रमेश और चेयरमैन प्रेम सागर ने कहा कि प्रशासन ने कई बार वादा करके धोखा दिया है। यदि इस बार भी 3 अक्तूबर को बांध औसती परिवारों को रोजगार नहीं मिला तो वह पुन: मरणव्रत पर बैठ जाएंगे और यदि मरणव्रत के दौरान किसी भी व्यक्ति को नुक्सान होता है तो उसकी जिम्मेदारी डीसी पठानकोट और चीफ इंजीनियर आरएसडी की होगी। इस दौरान दीपक वर्मा, शाम लाल, धर्म ¨सह, देव राज, राकेश कुमार, चरण दीप, गुलाम रसूल, प्रदीप शर्मा, टेक चन्द, राज कुमार, जरनैल ¨सह, बलवीर, रा¨जदर कुमार, निर्मला, सरिष्टा, कमलेश व अन्य मौजूद थे।