शहर में बाहरी ऑटो एंट्री को रोकने पर फूटा गुस्सा
सिटी पठानकोट के बाजारों में बाहरी और शहरी ऑटो की एंट्री पर जिला प्रशासन सख्ती जारी है।
संवाद सहयोगी, नरोट मैहरा : सिटी पठानकोट के बाजारों में बाहरी और शहरी ऑटो की एंट्री पर जिला प्रशासन सख्ती जारी है। शहर में घूम रहे ऑटो के कागजों की पड़ताल भी गहनता से की जा रही है। ऑटो की रजिस्ट्रेशन बेहद जरूरी कर ही उन्हें शहर में ऑटो चलाने की अनुमति दी जा रही है। ग्रामीण इलाकों से आने वाले ऑटो चालकों ने नरोट मेहरा पुली पर जिला प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों में सुरेश कुमार, अरुण कुमार, अमन शर्मा, राजकुमार, कमल काठा, दर्शन कुमार, विनोद कुमार, संजीव कुमार, गोरा पहलवान, नसीब सिंह, कुलदीप कुमार, राम लुभाया, यशपाल, राजेंद्र सिंह, शेर सिंह, लियाकत अली, पवन कुमार, सुरेंद्र कुमार, राजकुमार ने कहा कि वह पिछले लंबे समय से ऑटो चलाकर अपने परिवार और अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से उन्हें सिटी के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।
रजिस्ट्रेशन के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कैंप की व्यवस्था करे जिला प्रशासन
ग्रामीण क्षेत्रों से उठाई गई सवारियों और स्कूली बच्चों को पठानकोट सिटी में छोड़ना होता है। जबकि उन्हें काठ वाला पुल पर ही रोक लिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई रजिस्ट्रेशन को लेकर कोई भी बात है तो जिला प्रशासन ऑटो चालकों को कुछ समय दिया जाना चाहिए और रजिस्ट्रेशन के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कैंप की व्यवस्था करनी चाहिए। जो ऑटो आज भी सिटी के अंदर चल रहे हैं उनके पास भी कई ऑटो चालकों के पास रजिस्ट्रेशन नहीं है। वह किसी न किसी की सिफारिश से चल रहे हैं लिहाजा उन्हें भी कुछ समय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें सिटी के अंदर दाखिल नहीं होने दिया जाएगा तो वह संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे जिसके लिए आने वाले दिनों में सवारियों को परेशानी का सामना भी उठाना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।