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    ओपीडी 550 के पार, दवाइयों व स्टाफ की कमी से जूझ रहा सिविल अस्पताल

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 22 Aug 2022 09:54 PM (IST)

    मरीजों का कहना है कि भरी गर्मी और उमस में घंटों लाइन में लग कर बारी का इंतजार करते रहे पर नंबर ही नहीं आया। सिविल अस्पताल में एक ही मेडिसन डाक्टर होने के कारण मरीजों को खासा परेशान होना पड़ रहा है।

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    ओपीडी 550 के पार, दवाइयों व स्टाफ की कमी से जूझ रहा सिविल अस्पताल

    संवाद सहयोगी,पठानकोट: सिविल अस्पताल में मरीजों की दिक्कतों का समाधान होता नहीं दिख रहा। दवाइयों व डाक्टर्स की कमी के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सोमवार को भी मरीज परेशान होते नजर आए। ओपीडी जहां 550 के पार रही, वहीं मरीजों को डाक्टर से चेकअप करवाने के लिए घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ा। कुछ मरीजों को तो ओपीडी का समय पूरा हो जाने के चलते बिना चेकअप करवाए मायूस लौटना पड़ा।

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    मरीजों का कहना है कि भरी गर्मी और उमस में घंटों लाइन में लग कर बारी का इंतजार करते रहे, पर नंबर ही नहीं आया। सिविल अस्पताल में एक ही मेडिसन डाक्टर होने के कारण मरीजों को खासा परेशान होना पड़ रहा है। 100 से 150 के करीब मरीज डाक्टर के पास रोजाना चेकअप के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में मरीजों के साथ-साथ डाक्टर को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मरीजों को भरी उमस व गर्मी में घंटों लाइन में लगकर ओपीडी स्लिप कटवानी पड़ रही है। इसके बाद भी डाक्टर को चेकअप करवाने के लिए भी दो से तीन घंटे का इंतजार करना पड़ता है। मरीज व उनके तीमारदार परेशान, डाक्टर से मिलने की बारी ही नहीं आती

    - मामून से आई महिला ने बताया कि पति के पेट में दर्द है। डाक्टर को दिखाना है, लेकिन बारी नहीं आई है। शनिवार को भी बारी नहीं आई थी। बीमारी की हालत में लाइन में लगकर इंतजार करना मुश्किल है। एक ही डाक्टर होने के कारण मजबूरन इंतजार करना पड़ता है।

    - ढांगू से आई महिला ने बताया कि दवाई चेक करवाने के लिए सुबह साढ़े ग्यारह बजे की खड़ी हूं, लेकिन डेढ़ बजे तक भी नंबर नहीं आया है।

    - आनंदपुर से आई तृप्ता ने बताया कि उसे कमजोरी व खून की कमी है। शनिवार को भी डाक्टर को दिखाने के लिए आई थी, लेकिन बारी नहीं आई। सोमवार को भी दो घंटे लाइन में लगने के बाद नंबर आया। डाक्टर की ओर से छह तरह की दवाइयां लिखी गईं हैं, लेकिन अस्पताल से सिर्फ एक ही दवाई मिली है। स्टाफ का कहना है कि दवाई खत्म है।

    आंखों के चेकअप के लिए मरीज चार घंटे तक करते रहे इंतजार

    सिविल अस्पताल में आंखों के चेकअप के लिए दो डाक्टर्स तो हैं, लेकिन एक समय पर एक ही डाक्टर की ओर से ओपीडी की जाती है दूसरा ओटी में व्यस्त होता है। सोमवार को आंखों का चेकअप करवाने वाले मरीजों की भी संख्या काफी अधिक रही। मरीजों को बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। घो से आई मरीज ने बताया कि आंखों का आपरेशन हुआ है। चेकअप करवाना है, लेकिन, चार घंटे के इंतजार के बाद भी नंबर नहीं आ रहा है।