सीमा से सटे इलाकों में 500 अतिरक्त पुलिसकर्मी भेजे, नाकों पर पुलिस कमांडो किए तैनात
एसएसपी पठानकोट सुरेंद्र लांबा द्वारा सोमवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा के हालात की समीक्षा भी की गई। इसके साथ ही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए जिले में करीब 500 अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
जागरण टीम, पठनाकोट/बमियाल: सीमा पार से आगामी कुछ दिनों में किसी साजिश को अंजाम देने के इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा तंत्र को चाक-चौबंद करने की कवायद शुरू कर दी गई है। एसएसपी पठानकोट सुरेंद्र लांबा द्वारा सोमवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा के हालात की समीक्षा भी की गई। इसके साथ ही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए जिले में करीब 500 अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
वहीं सीमांत इलाकों में पुलिस द्वारा नाइट पैट्रोलिग बढ़ाने के साथ ही संवेदनशील इलाकों में नाकाबंदी भी बढ़ा दी गई है। शहर व आसपास के इलाकों में नाकों पर पुलिस कमांडोज भी तैनात कर दिए गए हैं। बीएसएफ के साथ समन्वय बनाकर रखने के पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही पठानकोट शहर, सेना कैंप व आसपास के इलाकों में भी नाकों पर पुलिस कमांडो तैनात किए गए हैं। जबकि बमियाल बार्डर से सटे इलाके में संदिग्ध हलचल देखे जाने के बाद से स्वैट व घातक टीमों ने पुलिस के साथ सुरक्षा का जिम्मा संभाल रखा है। वहीं, सुरक्षा मजबूत किए जाने व तैनाती बढ़ाने के संबंध में पूछे जाने पर एसएसपी सुरेंद्र लांबा का कहना है कि मौजूदा सुरक्षा हालात के मद्देनजर ऐसा किया गया है।
बीते दिनों जिला पठानकोट में हुए ग्रेनेड हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियो द्वारा पूरे पंजाब में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं जिला पठानकोट के सीमावर्ती क्षेत्र बमियाल व नरोट जैमल सिंह में तैनात सेंकेड लाइन आफ डिफैंस के तहत लगाए गए नाकों पर सुरक्षा कर्मचारियों की गिनती बढा दी गई है। इसके चलते नाकों पर पंजाब पुलिस सहित कमांडो फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।
आने वाले दे महीनों जनवरी व फरवरी में गहरी धुंध पडने के चलते बीएसएफ व पंजाब पुलिस के लिए चुनौतियां बढ जाती हैं। क्योंकि इन दिनों में धुंध पडने से एक दूसरे को देखने में असमर्थता हो जाती है व कम हो जाती है। जिससे पंजाब पुलिस ने सुरक्षा को बढा दिया है।
इस दौरान एसएसपी पठानकोट सुरेन्द्र लांबा ने कहा कि पठानकोट में हुए हेंड ग्रेनेड के हमले के चलते सुरक्षा बढाई गई है। इसके तहत 500 के करीब जवान तैनात किए गए हैं। वहीं कमांडों फोर्स भी इसमें शामिल हैं। ग्रेनेड ब्लास्ट के आरोपित अभी भी गिरफ्त से बाहर
बता दें कि 21 नवंबर रविवार को पठानकोट में सेना कैंप में त्रिवेणी गेट के बाहर किए गए ग्रेनेड हमले के आरोपितों को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। इसके साथ ही बमियाल बार्डर पर हुई संदिग्ध हलचल के बाद भी फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों के हाथ कुछ नहीं लगा है। एसएसपी सुरेंद्र लांबा से इस संबंध में पूछने पर उनका कहना था कि फिलहाल जांच जारी है। धुंध की आड़ में सीमा पार से घुस पैठ की आशंका
वहीं, खुफिया एजेंसियों से धुंध की आड़ में सीमा पार से घुसपैठ की आशंका के इनपुट मिलने के बाद जिले में और विशेषकर सीमांत इलाकों में सुरक्षा की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है। इसके तहत ही पांच सीमांत जिलों में फिल्लौर और जहांखेलां से 250-250 पुलिसकर्मी भेजे गए हैं। इनमें पठानकोट, गुरदासपुर, पुलिस जिला बटाला मजीठा और अमृतसर सिटी शामिल हैं। सोमवार को शहर के नाकों पर भी तैनात दिखे पुलिस कमांडो:
सोमवार को शहर के काठ पुल, डांगू रोड चौराहे, एसडी कालेज जालंधर बाईपास आदि नाकों पर पंजाब पुलिस सहित कमांडो भी तैनात किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के साथ से लगते इलाकों में भी बढ़ाई तैनाती-चेकिग:
सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही की गुंजाइश न रहने देते हुए पठानकोट पुलिस की ओर से जम्मू कश्मीर के कठुआ से लगते इलाकों में भी तैनाती व चेकिग बढ़ा दी गई है।