ट्रक को साइड देते बस नाली में उतरी, पलटने से 15 घायल
पठानकोट-डल्हौजी मार्ग स्थित कस्बा दुनेरा के प्राइमरी हेल्थ सेंटर के पास शनिवार सुबह 9.30 बजे चक्की पड़ाव से फंगोता रही प्राइवेट मिनी बस ट्रक को साइड देते गड्ढे में जाने से पलट गई।
संस, पठानकोट/दुनेरा : पठानकोट-डल्हौजी मार्ग स्थित कस्बा दुनेरा के प्राइमरी हेल्थ सेंटर के पास शनिवार सुबह 9.30 बजे चक्की पड़ाव से फंगोता रही प्राइवेट मिनी बस ट्रक को साइड देते गड्ढे में जाने से पलट गई। पलटने के बाद बस रोड के किनारे एक पेड़ से टकरा कर रुक गई। हादसे के वक्त बस में करीब 25 यात्री सवार थे। जबकि 15 लोग घायल हुए हैं। घायलों को 108 एंबुलेस से बधानी स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर लाया गया, जहां से तीन की हालत गंभीर होने के चलते डॉक्टरों ने सिविल अस्पताल रेफर किया।
घायलों में रानो देवी (55) निवासी गांव मंगनू, हिमाचल प्रदेश, पूनम (36) निवासी गांव भमलादा, गोरो बीबी (36) निवासी गांव पलंगी और बस ड्राइवर विजय कुमार (45) निवासी गांव पट्टा को गंभीर चोटें आई हैं। जबकि अन्य घायलों कंडक्टर सुभाष निवासी गांव मट्टी, चिरागदीन, सरदार दीन निवासी गांव पलंगी, ममता देवी, कमला देवी, राधा देवी तीनों निवासी गांव घड़ी धार को हेल्थ सेंटर दुनेरा ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने बताया कि यदि बस पेड़ से टकरा कर नहीं रुकती तो गहरी खाई में चली जाती, जिससे बड़ा हादसा हो जाता।
हादसे की जांच कर रहे पुलिस थाना दुनेरा के इंचार्ज अरुण कुमार ने बताया कि मिन्नी बस चक्की पड़ाव से फंगोता की ओर जा रही थी। जिसमें करीब 25 सवारियां सवार थीं। बस दुनेरा अड्डा से पहले ही एक मोड़ पर ट्रक को साइड देते समय सड़क के किनारे पर एक निजी मोबाइल नेटवर्क कंपनी द्वारा खोदी गई नाली में जाने से पलट गई।
वृक्ष बना यात्रियों का संकटमोचक
सिविल अस्पताल में भर्ती रानो देवी ने बताया कि वह बस ड्राइवर के पास वाली सीट पर बैठी थी। देखते ही देखते बस पलट कर गहरी खाई की ओर जाने लगी। बस में बैठी सवारियां घबरा गई। इससे पहले कि बस खाई में गिरती पेड़ से टकरा कर रुक गई। सभी सवारियां एक-दूसरे के सहयोग से सुरक्षित बस से बाहर निकले। उन्होंने बताया कि यदि बस पेड़ से नहीं टकराती तो बड़ा हादसा हो सकता था। क्यों होते हैं इस रोड पर हादसे
1. चक्की पड़ाव-दुनेरा का लगभग 34 किलोमीटर नीम पहाड़ी एरिया है। इस एरिया में कई ऐसे तीखे मोड़ हैं जो वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का कारण बनते हैं। हालांकि कि प्रशासन की ओर से वाहन चालकों को धीरे वाहन चलाने व मोड़ से बचने संबंधी जगह-जगह पर सूचना बोर्ड भी लगाए हैं।
2. दुनेरा रोड की हालत कई जगह खस्ताहाल है। ऐसे में जब गाड़ियां तेज रफ्तार में होती हैं तो वह जर्जर हालत में सड़क से बचने के लिए गलत दिशा में आ जाते हैं। जिसके चलते हादसे हो जाते हैं।
3. चक्की पड़ाव-दुनेरा रोड हिमाचल से जुड़ने के कारण ज्यादा ट्रैफिक रहती है। तेजरफ्तार में वाहन चलाने के कारण अक्सर हादसे होते हैं।
4. इस रोड पर कई जगहों पर सड़क के किनारे की वरम गायब है। ऐसे में जब दो गाड़ियां क्रास करती हैं तो वह पलट कर हादसे का शिकार हो जाती हैं।
5. इस रोड पर हादसे का यह भी बड़ा कारण है कि छोटे से एरिया में सिमटे इस रोड किनारे लंबे समय से कई कंपनियां अपनी केबल बिछाने से पहले खुदाई करती आ रही है। ऐसे में वरम पूरी तरह कमजोर होने के कारण वाहन हादसे का शिकार हो रहे हैं।
7. इस रोड पर चलने वाली अधिकतर बसें अपना लाइफ टाईम पूरा कर चुकी है। बावजूद इसके बसों के मालिक अपने रूटों निडर होकर बसें चला रहे हैं।