रजिस्ट्रेशन न हुई तो पैदल होंगे रवाना
तहसील कांपलेक्स बलाचौर में अपने घरों को वापस जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आए कुछ मजदूरों को जब पंजाब सरकार की साइट बंद होने के बारे में पता लगा तो उन्होंने कहा कि वे मजदूर तो हैं परंतु मजबूर नहीं हैं। अगर रजिस्ट्रेशन जल्दी ही चालू न हुई तो वह पैदल ही अपने गृह राज्यों को चले जाएंगे।
संवाद सहयोगी, बलाचौर : तहसील कांपलेक्स बलाचौर में अपने घरों को वापस जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आए कुछ मजदूरों को जब पंजाब सरकार की साइट बंद होने के बारे में पता लगा तो उन्होंने कहा कि वे मजदूर तो हैं, परंतु मजबूर नहीं हैं। अगर रजिस्ट्रेशन जल्दी ही चालू न हुई तो वह पैदल ही अपने गृह राज्यों को चले जाएंगे। उन्हें सरकार की बातों पर विश्वास नहीं है। परंतु अपने पैरों पर पूरा विश्वास है।
मजदूरों ने कहा कि लॉकडाउन को दो महीने से ऊपर हो या है, परंतु अभी तक उन्हें कोई भी सरकारी सहायता नहीं मिली। जबकि वे सिर्फ समाज सेवियों और धार्मिक संस्थाओं द्वारा चलाए गए लंगरों के सहारे ही दिन काट रहे हैं। दूसरी और पंजाब और केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में घरों या दुकानों का किराया न मांगने के निर्देश दिए हैं, परंतु सरकार द्वारा बिजली, पानी के बिल लाकडाउन के दौरान भी लेने शुरू कर दिए हैं तो लोगों ने घरों का किराया मांगना भी शुरू कर दिया है। इसी कारण बहुत से मजदूरों ने अपने गृह राज्यों को जाने के लिए मजबूर हैं।