सुविधाएं ऑनलाइन हुई, सर्वर रहता है डाउन
सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली और सुविधाओं में बदलाव के लिए कई योजनाएं बनीं और व्यवस्थाएं भी ऑनलाइन हुई।
सुशील पांडे,नवांशहर : सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली और सुविधाओं में बदलाव के लिए कई योजनाएं बनीं और व्यवस्थाएं भी ऑनलाइन हुई। इसके बावजूद विभागों के हालात में इसका कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है। हालात यह हैं कि कई विभागों में शिकायतों के निवारण के लिए अब भी लंबी कतारें लगती हैं और कहीं तो सर्वर डाउन होने के कारण शिकायतों का निवारण नहीं हो पा रहा है। डीटीओ के सब कार्यालय में अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन हैं। ड्राइविग लाइसेंस आवेदन से लेकर फीस जमा करने तक की प्रकिया ऑनलाइन कर दी गई, ताकि लोगों को विभाग में आकर परेशान न होना पड़े। बावजूद इसके कार्यालय में आवेदनों की लंबी कतार लगी है। यहां कब तीन-चार घंटे के लिए सर्वर डाउन हो जाए पता नहीं चलता।
प्रमाणपत्रों में उलझे लोग
सरकारी विभागों में जन्म, मृत्यु एनओसी, आय आदि प्रमाण पत्रों के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू होने के बाद भी लोग सत्यापन, शिकायत निवारण और टैक्स जमा करने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। वह काउंटरों पर धक्के खाने के लिए मजबूर हैं। नवांशहर निवासी अमरजीत कौर ने बताया कि अपने बेटे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए तीन सप्ताह पहले आवेदन किया था, लेकिन अब तक उसको प्रमाण पत्र नहीं मिला।
बिजली विभाग में थोड़ी राहत
बिजली विभाग ने अपनी बिलिग प्रक्रिया को ओर अधिक बेहतर करते हुए ऑनलाइन बिलिग के विकल्प को मजबूत किया है। इससे बिजलीघरों के बिलिग काउंटर पर कतारें तो कम हुईं हैं, लेकिन शिकायत निवारण करने के लिए आज भी आवेदक बिजलीघरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। जिले के पावरकॉम विभाग कार्यालय में भी बिल जमा कराने में दो घंटे से भी अधिक का वक्त लग जाता है।
बैंक में अक्सर सर्वर रहते हैं खराब
जिले के अधिकांश बैंकों का सर्वर डाउन ही रहता है, जिससे ग्राहकों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिले के कई बैंकों की ऑनलाइन पासबुक मशीन भी खराब रहती हैं।बैंकों में सारा काम आनलाइन होने से सर्वर डाउन होने से लगातार भीड़ बनी रहती है।
नकल के लिए लगता है पूरा दिन
ऑनलाइन होने के बाद भी राजस्व विभाग में नकल निकलवाने के लिए पूरा दिन लग रहा है। अगर फर्द चाहिए तो पूरा दिन लग जाता है।तहसील कार्यालय में जरूर ऑनलाइन सेवा सही मिली, पर 200 से भी ज्यादा अधिक आय, जाति प्रमाण पत्रों के आवेदन ऐसे हैं जिनका निवारण एक माह से अधिक समय से नहीं हुआ।
कम आती है नेट की समस्या : विपन कुमार
डीटीओ विभाग के सुपरवाइजर विपन कुमार ने नंबर प्लेट लगाने के लिए बताया कि नेट की कोई समस्या नहीं है, लेकिन एक उपभोक्ता के साथ दो-चार व्यक्ति खड़े रहते हैं, एक तो कारण यह होता है, दूसरा कारण है कि वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण भी भीड़ बढ़ जाती है। आखिर काम करने के लिए तो समय लगेगा ही।