करवा चौथ का व्रत तभी पूरा होगा जब महिलाएं हमेशा पति की आज्ञा मानेंगी
बरनाला रोड स्थित सिद्ध नर्मदेश्वर महादेव मंदिर ऋषि कुटिया में समूह सुहागिनों को करवा चौथ पर आशीर्वाद व बधाई देते हुए आचार्य स्वामी ऋषि राज ने कहा कि बिन सत्संग विवेक न होई अर्थात बिना सत्संग के मनुष्य को ज्ञान नहीं हो सकता।
जेएनएन, नवांशहर : बरनाला रोड स्थित सिद्ध नर्मदेश्वर महादेव मंदिर ऋषि कुटिया में समूह सुहागिनों को करवा चौथ पर आशीर्वाद व बधाई देते हुए आचार्य स्वामी ऋषि राज ने कहा कि बिन सत्संग विवेक न होई, अर्थात बिना सत्संग के मनुष्य को ज्ञान नहीं हो सकता। सत्संग मनुष्य के जीवन का आधार है। स्वामी जी ने कहा, जैसे आज देश और विदेशों में महिलाओं ने करवाचौथ का व्रत अपने पति की दीर्घायु के लिए रखा है, लेकिन यह व्रत तभी परिपूर्ण माना जाएगा, जब स्त्री हमेशा अपने पति की आज्ञा का पालन करे। उन्होंने कहा, आज हमने 21वीं शताब्दी में प्रवेश कर लिया है, लेकिन हम अपने सनातन धर्म को भूलते जा रहे हैं। हमारे शास्त्रों में कहीं भी वाइफ शब्द का प्रयोग नहीं हुआ, बल्कि पतिव्रता शब्द का प्रयोग हुआ है। पतिव्रता स्त्री हमेशा अपने स्वामी की आज्ञा के अनुसार ही चलती है। अंत में स्वामी जी ने समूह भारत की स्त्रियों का आह्वान किया कि आज जरूरत है कि जीवन में स्वभाव लाने की, ताकि हमारा परिवार भी समूह व खुशहाल बन सकें। इस अवसर पर माता आनंद गिरि ने भजन गाकर भक्तों को कृतार्थ किया। समूह सुहागिनों ने करवाचौथ की कथा सुनकर जीवन धन्य किया। इस मौके पर मोनिका नन्दा, सिमी नन्दा, शशि नंदा, पिकी, राज रानी, लवली गुलाटी, माया देवी, ऋचा गुलाटी, कांता रानी, लक्ष्मी रानी, नेहा गुलाटी, अमन रानी, सिमरन अरोड़ा, जसवीर कौर, निकू अरोड़ा आदि उपस्थित थे।