सेहत से खिलावाड़, बिना क्लोरीनेशन हो रहा पानी सप्लाई
जेएनएन, नवांशहर : नगर कौंसिल की ओर से शहर में की जा रही पेय जल की सप्लाइ बिना क्लोरीन के होने से शहर
जेएनएन, नवांशहर : नगर कौंसिल की ओर से शहर में की जा रही पेय जल की सप्लाइ बिना क्लोरीन के होने से शहरवासियों की सेहत बिगड़ रही है। ट्यूबवेल पंपों पर पिछले कई महीनों से न तो नगर कौंसिल और न ही वाटर सप्लाई व सीवरेज बोर्ड की ओर से क्लोरीन दवा की सप्लाई की गई है। गौर हो कि शहर में पानी की सप्लाई के लिए 13 ट्यूबवेल पंप लगे हैं, जिनमें से तीन पंपों की देख-रेख नगर कौंसिल करती है जबकि बाकी 10 पेयजल पंपों की सीवरेज बोर्ड विभाग करता है। शहरवासियों की सेहत के प्रति दोनों विभाग संजीदा नहीं है, क्योंकि दोनो विभाग क्लोरीन की खरीद की जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल रहे हैं। नगर कौंसिल इस ओर कितनी संजीदा है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मुसापुर रोड पर पेयजल सप्लाई करने वाले पंप (नजदीक डंप)के कमरे की हालत भी दयनीय है। इसका फर्श उखड़ चुका है तथा इस पंप का बोर भी पानी कम दे रहा है और किसी भी समय पानी की सप्लाई इस पंप से बंद हो सकती है। कमरे में कई बार सांप घुस जाते हैं जिससे आपरेटर अंदर जाने से डरता है। इसी तरह हीरां जट्टा मुहल्ला में लगे पेयजल पंप की हालत हैं। इसके अलावा मुहल्ला बाल्मिकी के प्रसिन्नी देवी में लगा पेयजल पंप पिछले तीन महीने से बंद पड़ा है, क्योंकि इसका बोर बैठने से पानी की सप्लाई बंद है।
दो पंपों पर नहीं लगे है डोजर
शहर के पंडोरा मुहल्ला में म्यूनिसिपल र्पाक में लगाए गए पंप पर अभी डोजर ही नहीं लगाया गया है इसी तरह टीचर कॉलोनी में लगाए गए नए पेयजल पंप पर भी डोजर नहीं लगा है जिसके चलते इन पंपों से पेयजल बिना क्लोरीन के सप्लाई हो रहा है। जहां तक कि टीचर कॉलोनी पंप की डाली गई पाइपों पर मिट्टी नहीं डाली गई जो कभी भी खतरे का कारण बन सकती हैं।
सीवरेज बोर्ड देख-रेख करता है 10 पंपों की
शहर में पेयजल सप्लाई के लिए 13 पंप हैं जिन में से तीन पंप की देख-रेख नगर कौंसिल करता है जबकि अन्य 10 पंप सीवरेज बोर्ड करता है।
नगर कौंसल के तहत लगाए गए पंप
1.पंडोरा मुहल्ला की म्यूंनिसिपल र्पाक में लगा पंप ,2. पंडोरा मुहल्ला मे नजदीक आर्य स्कूल ग्राऊंड में लगा पंप, 3. मुहल्ला कल्लरां गढशंकर रोड पर लगा पंप।
सीवरेज बोर्ड के तहत लगाए गए पंप
1. टीचर कॉलोनी में लगा पंप, 2. मुसापुर रोड नजदीक बाबा विश्कर्मा मंदिर में लगा पंप, 3. मुसापुर रोड नजदीक डंप के पास लगा पंप,4. हीरां जट्टां मुहल्ला में लगा पंप, 5. चंडीगढ रोड फायर ब्रीगेड ऑफिस के पास लगा पंप, 6. चंडीगढ रोड तहसील कंपलेक्स के करीब लगा पंप, 7. मुहल्ला पाठकां में लगा पंप 8. मुहल्ला इब्राहिम बस्ती, 9 चंडीगढ रोड मुहल्ला अंगद नगर में लगा पंप, 10.मुहल्ला बाल्मिकी के प्रसिन्नी देवी के पास लगा पंप ।
क्लोरीन न होने से पानी मे कीटाणु पैदा हो जाते हैं: डॉ. रंजीव
पेयजल में क्लोरीन मिलना सेहत के लिए जरूरी है। यदि पेयजल में क्लोरीन नहीं मिलाई गई तो व्यक्ति के पेट में बिरे वैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं जिससे दस्त-उल्टी लगना, बुखार टायफाइड, हर तरह का पीलीया, पेट में कीड़े पैदा होना, किडनी, लीवर, चमड़ी की बीमारी के शिकार हो सकते है।
क्लोरीन व बिजली का खर्च करने को लिखा है नगर कौंसल को पत्र : एसडीओ
सीवरेज बोर्ड के एसडीओ रणजीत ¨सह का कहना है कि नगर कौंसल की ओर से मेंटेनैंस का खर्चा समय पर नहीं दिया जाता जिस के चलते क्लोरीन की खरीद करने के साथ-साथ पंपों के बिजली बिल भरने के लिए नगर कौंसल को पत्र लिखा गया है। उन्होने बताया कि दो नए ट्यूबवैल लगाए गए है जिसका बकाया अभी कौंसल की तरफ है। तथा दो नए ट्यूबवैल विभाग की ओर से लगाए जा रहे है।
आपरेट करने वाला ही खरीदेगा क्लोरीन : ईओ राम प्रकाश
नगर कौसल के कार्यकारी अधिकारी राम प्रकाश ने कहा कि जब सीवरेज बोड पेयजल पंपों की देख-रेख करता है तो क्लोरीन की सप्लाई भी उसे ही करनी होगी। उन्होने कहा कि यदि उनके द्वारा क्लोरीन नहीं दी जाती तो उनसे बात करके इसे यकीनी बनाया जाएगा,ताकि लोगों की सेहत से खिलवाड़ न किया जा सके।