प्रशासन के साथ नेता भी कर रहे बस स्टैंड की अनदेखी
बारिश होने के दो दिन बाद भी बंगा के मेन बस स्टैंड पर पानी जमा है और प्रशासन को इसका कोई ध्यान नहीं है।
मनीष कुमार, बंगा : बारिश होने के दो दिन बाद भी बंगा के मेन बस स्टैंड पर पानी जमा है और प्रशासन को इसका कोई ध्यान नहीं है। यह समस्या आज की नहीं बल्कि कई सालों से है। यहां तक कि राजनेता भी यहां से गुजरते हैं लेकिन वे इसकी अनदेखी कर रहे हैं। बस अड्डे में जमा पानी गंदा हो गया है जिसके कारण आसपास से गुजरने वाले राहगीरों और बस अड्डे पर आने-जाने वाले यात्रियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गंदे पानी की निकासी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार बड़े-बड़े दावे करती है। कभी पाइप डालने और कभी सड़के ऊंची करने की बात कहकर लोगों से झूठे वादे किए जाते हैं। दैनिक जागरण के साथ बातचीत में यात्रियों व राहगीरो ने कहा करीब दो दिन पहले बारिश हुई थी और अब तक गंदा पानी बस अड्डे से नहीं निकला है। बस स्टैंड पर बच्चे, बुजुर्ग और बड़े हर तरह के लोग आते-जाते हैं, इसलिए प्रशासन को इस समस्या को गंभीरता से लेकर जल्द पानी का निकासी करवानी चाहिए। गंदे पानी के कारण बीमारियां भी फैलने का डर है। शहर के विकास के लिए लाखों रुपये की ग्रांटे भी भेजी जाती है, लेकिन इसके बावजदू बस स्टैंड बंगा में गंदे पानी की निकासी न होने की समस्या कई साल से जस की तस है। इसका समाधान न होना संबंधित विभाग की ढीली कारगुजारी की ओर इशारा करता है।
पानी की निकासी न होने से टूटने लगी सड़क
दुकानदारों ने कहा, यहां कई सालों से पानी का जमा होता है। जब भी बारिश होती है तो कई दिनों तक यहां से पानी हीं निकलता है। अब तो इस कारण यह सड़क भी टूटने लग गई है। इसके अलावा लोगों ने कहा कि यहां से कई सारे राजनीतिक लोग भी गुजरते हैं, फिर भी उनको यह समस्या दिखाई नहीं देती। उन्होंने कहा की बस स्टैंड के नजदीक भगवान वाल्मीकि, भगवान शिव का मंदिर है और वहां एक गोशाला भी हैं। लोग जब भी मंदिर में माथा टेकने या गोशाला जाते हैं तो उन्हें मंदिर जाने में बड़ी दिक्कत होती है। कुछ लोगों ने यह भी कहा के पास में ही वाटर सप्लाई और सीवरेज बोर्ड का भी दफ्तर है, उनको भी यहां से आने-जाने में समस्या रहती है।