जुम्मे की नमाज के बाद लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
नवांशहर की मस्जिद बारादरी में जुम्मे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए मुस्लिम भाईचारे ने पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ को श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्म शांति के लिए दुआएं मांगी। दुआ के बाद सभी मस्जिद के बाहर इकट्ठे होकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए और पाकिस्तान सरकार का पुतला फूंका। सभी ने केंद्र सरकार से मांग की कि सैनिकों पर कायराना हमले के जिम्मेदारों को सबक सिखाने की जरूरत है।
संवाद सूत्र, नवांशहर: नवांशहर की मस्जिद बारादरी में जुम्मे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए मुस्लिम भाईचारे ने पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ को श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मिक शांति के लिए दुआएं मांगी। दुआ के बाद सभी ने मस्जिद के बाहर इकट्ठे होकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए और पाकिस्तान सरकार का पुतला फूंका। सभी ने केंद्र सरकार से मांग की कि सैनिकों पर कायराना हमले के जिम्मेदारों को सबक सिखाने की जरूरत है।
अंजुमन ईद उल मुस्लिमान के प्रधान डॉ. नूर हसन ने कहा कि सरकार एक्शन में आए। हर बार सरकार बातें करती रहती है लेकिन कार्रवाई नहीं करती। अब पानी सिर से ऊपर हो चुका है। अब कार्रवाई करने का वक्त आ चुका है। दुश्मन को सबक सिखाने के लिए कार्रवाई बहुत जरूरी हो गई है। सभी मुस्लिम भाईचारे ने पूरे देशवासियों की ओर से सरकार से अपील कि है कि दुश्मन को सबक सिखाने के लिए उस पर तुरंत कार्रवाई की जाए। ताकि दोबारा कोई भी दुश्मन देश की तरफ आंख उठाकर न देख सके। अगर अभी सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो ये फिर सिर उठाएंगे और सैनिकों पर पीछे से हमला कर हानि पहुंचाएंगे।
इस मौके पर समूह मुसलमानों में मौलवी जिया अहमद, इकरार कुरेशी, इतजार अली, इस्तेखार खान, मंजूर अहमद, डॉक्टर अशरफ अली, मोहम्मद शाहिद, साजिद हुसैन, ताहिर हसन, कामिल अहमद, सलीम अहमद, मोहम्मद यूनुस, मोहम्मद नसीम, आसिफ अली, अबरार मोहम्मद, निसार हारून, ठेकेदार मोहम्मद सोहेल, मोहम्मद सुहेब आदि मौजूद थे। दुश्मनों को मारने के लिए मुस्लिम भाईचारा काफी
यह वह जहरीला सांप है जो काटने के बाद बिल में घुस जाने की अपनी आदत बना रखी है। डॉ. नूर ने कहा कि अब दुश्मनों को उसके बिल में घुस कर ही मारने की आवश्यकता है। अपने देश के दुश्मनों से निपटने के लिए मुस्लिम भाईचारा ही काफी है। अगर सरकार समूह मुस्लिम भाईचारे को आदेश दे तो अपने देश के दुश्मनों को उसी के बिल में घुसकर मसलने के लिए तैयार है।