Move to Jagran APP

किसानों के लिए बारिश बनी वरदान, खिले चेहरे

दो दिन से हल्की बरसात पड़ रही है। रिमझिम बारिश के कारण मौसम सुहावना होने के साथ ठंडा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 03:06 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 03:06 PM (IST)
किसानों के लिए बारिश बनी वरदान, खिले चेहरे
किसानों के लिए बारिश बनी वरदान, खिले चेहरे

जगदीश लाल कलसी, बंगा: दो दिन से हल्की बरसात पड़ रही है। रिमझिम बारिश के कारण मौसम सुहावना होने के साथ ठंडा हुआ है। ठंड बढ़ने के साथ-साथ लोगों को कोहरे के कारण पड़ रही ठंड से जो बीमारियों का वायरस बढ़ रहा था, उससे राहत मिली है। उधर इस हल्की पड़ रही बारिश के कारण भी किसानों के चेहरे खिल गए हैं, क्योंकि यह बारिश गेहूं की फसल के लिए लाभदायक है। इसके अलावा गन्ने की फसल के लिए भी बारिश का होना जरूरी है, क्योंकि गन्ने में रस तभी पड़ेगा जब बारिश बढ़ेगी। इसके अलावा मौसमी सब्जियों की बिजाई के लिए अब मौसम अच्छा है। वहीं डा. निरंजन पाल

loksabha election banner

सिविल अस्पताल मुकंदपुर में कार्यरत तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बंगा के महासचिव डा. निरंजन पाल का कहना है कि मौसम खुशगवार है तथा कोहरे के कारण पड़ रही सर्दी से राहत देने वाला है। मौसमी बीमारियों का दौर कम होगा तथा लोग राहत महसूस करेंगे। इसके अलावा मौसमी वायरल भी लोगों की सेहत पर असर नहीं कर सकेगा। डा. पॉल कहते हैं के बच्चे तथा बुजुर्ग लोगों को सर्दी के आगमन पर ही अपना ख्याल रखना होगा। एहतियात के रूप में शरीर का तापमान मेंटेन रखना होगा तथा खान पान पर भी पूरा ध्यान देना होगा। हार्ट, दमा जैसी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को अपना एहतियात रखना होगा। उधर किसान जगतार सिंह, अमरीक सिंह, सुरिदर सिंह हप्पोवाल, कश्मीरी लाल व मदनलाल बताते हैं के बारिश फसलों के लिए फायदेमंद है। गेहूं की फसल के लिए बारिश का होना अत्यंत जरूरी है। इसके अलावा मौसमी सब्जियां के अलावा गन्ना तथा पशु के हरे चारे के लिए भी बारिश वरदान सिद्ध होगी। लंबे समय से बारिश न होने के कारण किसान फसलों के लिए चितित थे। रेहड़ी फड़ी वालों का धंधा चौपट

वहीं रेहड़ी- फड़ी लगाकर रोजगार कमाने वालों के लिए बारिश किसी मुसीबत से कम नहीं है। बंगा शहर तथा आसपास में लोहड़ी का सीजन होने के कारण सड़क के किनारे मूंगफली बेचने वाले, फड़ी लगाने वालों की मुसीबत बढ़ी है। वे अपना काम बंद करने को मजबूर हुए। इसके अलावा शहर में फड़ी लगाकर सब्जी, फ्रूट, चप्पल तथा गारमेंट्स के अलावा खान पान का सामान बेचने वाले लोगों के लिए भी बारिश आफत से कम नहीं। मूंगफली बेचने वाले असलम, जोगिदर पाल के अलावा फड़ी लगाने वाले सतनाम सिंह, वरिद्र कुमार, सुरिदर कुमार, रोशन लाल ने अपनी रोजमर्रा की कमाई में बारिश को बाधा बताया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.