काठगढ़ में धुंध व ठंड से दिनचर्या प्रभावित
काठगढ़ सतलुज-दोआबा नहर के साथ-साथ नेशनल हाइवे पर इन दिनों धुंध का कहर बरकरार है। इसके कारण जिंदगी की रफ्तार भी थम सी गई है। शुक्रवार को भी लोग सुबह धुंध के कारण परेशान हुए। यही कारण रहा कि वाहनों में जाने वाले कर्मचारी वाहनों को धीमी गति से चलाने को विवश थे और वे देरी से अपने कार्यालयों में पहुंचे। इस दौरान वाहन लाइटें आन करके चल रहे थे।
संवाद सहयोगी, काठगढ़
सतलुज-दोआबा नहर के साथ-साथ नेशनल हाइवे पर इन दिनों धुंध का कहर बरकरार है। इसके कारण जिंदगी की रफ्तार भी थम सी गई है। शुक्रवार को भी लोग सुबह धुंध के कारण परेशान हुए। यही कारण रहा कि वाहनों में जाने वाले कर्मचारी वाहनों को धीमी गति से चलाने को विवश थे और वे देरी से अपने कार्यालयों में पहुंचे। इस दौरान वाहन लाइटें आन करके चल रहे थे। इसका असर बाजारों पर भी पड़ रहा है। इसके कारण दुकानें देरी से खुल रही हैं। वहीं जिन फैक्ट्री कर्मचारियों का ड्यूटी समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक का है, उन्हें धुंध के कारण अपने काम पर पहुंचने में विशेष कठिनाई झेलनी पड़ रही है। वहीं आजकल लोगों को सर्दी के कारण जुकाम होना आम बात हो गई है।
इस बारे में सेवानिवृत्त डा. परमजीत जीत कोहली जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने बताया कि ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों से अपने को पूरा ढके रखें। जुकाम होने पर गर्म पेयजल लें और घरआकर गर्म पानी की स्टीम जरूर लें। इससे ठंड से आप सुरक्षित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि सर्दी का मौसम होने के कारण सप्ताह में एक बार अदरक, लहसुन की सब्जी जरूर बनाकर खाएं। इससे पेट की समस्या व कमर दर्द से मुक्त रह सकेंगे। जहां तक कोहरे की बात है, तो यह फसल के लिए हानिकारक है। इन दिनों पैदा होने वाली हरी सब्जी भी कोहरे से प्रभावित रहती है।
उधर, इस बारे में किसान जगदीश सिंह ने बताया कि सब्जियां उगाते समय कई बार उसे पालीथिन से ढकना पड़ता है। पाले से बचाव के लिए यह जरूरी है।