डीसीएम उद्योग बंद होने से दस हजार परिवारों को रोजी रोटी का संकट
देश का जाना माना उद्योग डीसीएम इंजीनियरिग प्रोडक्ट आंसरों पिछले नौ महीनों से बंद पड़ा है जिससे उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों के करीब दस हजार परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट छा गया है।
सतीश शर्मा, काठगढ़ : देश का जाना माना उद्योग डीसीएम इंजीनियरिग प्रोडक्ट आंसरों पिछले नौ महीनों से बंद पड़ा है, जिससे उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों के करीब दस हजार परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट छा गया है। डीसीएम उद्योग के वर्कर यूनियन के प्रधान रविदर राणा ने कहा कि प्रबंधकों की ओर से गैर कानूनी तालाबंदी कर कंपनी बंद रखी गई है। कोई भी मजदूरों के साथ बातचीत नहीं कर रहा है। न ही उनको पता चल रहा है, कि कब तालाबंदी हट रही है। मजदूरों को उनके काम का वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। लॉकडाउन से पहले जो लोग काम कर रहे थे, उनको भी पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। कंपनी के प्रबंधक अचानक आकर कुछ सामान भी बेच रहे हैं। जब तक फैसला नहीं होता कानूनन सामान को नहीं बेचा जा सकता है। यूथ कांग्रेस नेता सुरिदंर छिदा ने बताया कि सांसद मनीष तिवारी के ध्यान में यह समस्या चुनावों के समय लाई गई थी। अब दोबारा फिर ध्यान में लाएंगे। उनको ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि इन मजदूरों की सहायता की जाए, राशन बांटने वाले तीन डिपो तीनों सस्पेंड कर रखे हैं।
सीएम के ध्यान में लाएंगे मामला : विधायक
हलका विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपुर ने बताया कि मुख्यमंत्री पंजाब के ध्यान में इस गंभीर समस्या को लाया जाएगा। किरत विभाग को भी इस समस्या के प्रति सजग करेंगे। कोरोना महामारी ने पहले ही कहर मचा रखा है। हर काम करने वाला मायूस है, यहां तो तालाबंदी कर रखी है।