बलगम की जांच के दो घंटे बाद मिलेगी रिपोर्ट
सेहत विभाग द्वारा टीबी की बीमारी को खत्म करने के लिए रिवाइज्ड नेशनल टीबी कंट्रोल प्रोग्राम अधीन शुरू की गई एक्टिव केस फाइंडिग मुहिम संबंधी एक बैन जिला अस्पताल से रवाना की गई।
जेएनएन, नवांशहर : सेहत विभाग द्वारा टीबी की बीमारी को खत्म करने के लिए रिवाइज्ड नेशनल टीबी कंट्रोल प्रोग्राम अधीन शुरू की गई एक्टिव केस फाइंडिग मुहिम संबंधी एक बैन जिला अस्पताल से रवाना की गई। यह बैन 13 जुलाई तक जिले के विभिन्न गांवों में जाकर लोगों की बलगम की जांच कर टीबी को मरीजों का पता लगाएगी। इस बैन को जिला अस्पताल से सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. रजिदर प्रसाद भाटिया द्वारा हरी झंडी देकर रवाना किया गया। सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. भाटिया ने बताया कि जांच के लिए एक विशेष मशीन लगाई गई है। इस मशीन से मरी•ा की बलगम के सैंपल की रिपोर्ट महज दो घंटे में ही आ जाती है। इस मशीन से टीबी के मरीजों का जल्द पता लगाया जा सकता है और साथ ही टीबी के ड्रग रजिस्टेंस केसों का भी पता लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक लगातार खांसी की शिकायत हो, बुखार हो, वजन कम हो, भूख ना लगती हो आदि लक्षण हैं तो उस व्यक्ति को बलगम की जांच जरूर करवानी चाहिए। जांच दौरान यदि व्यक्ति को टीबी है तो उस व्यक्ति का समय पर इलाज किया जा सके। चार केस मिले पॉजीटिव
डॉ. राजेश कुमार जिला टीबी अफसर ने कहा कि इस बैन द्वारा आठ जुलाई को स्लम एरिया नवांशहर, गांव सलोह और 9 जुलाई को राहों में दाना मंडी में मरीजों के बलगम की जांच की गई। जांच के दौरान नवांशहर के स्लम एरिया में तीन केसों में से दो केस पॉजिटिव पाए गए। राहों रेलवे स्टेशन और धागा मिल में जांच किए गए चार केसों में से दो केस पॉजिटिव पाए गए। बुधवार को बंगा के स्लम एरिया, हड्डा रोड़ी गांव हीयों में जाकर जांच की गई। आज मुंकदपुर में जाएगी बैन
11 जुलाई को मुकंद पुर, 12 जुलाई को बलाचौर के प्रेम नगर गांव अंसरों गांव मयोट और 13 जुलाई को सड़ोया और पोजेवाल के स्लम एरिया में पहुंच कर मरीजों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि टीबी का इलाज बिल्कुल निशुल्क किया जाता है। इस मौके डॉ सुखविदर सिंह जिला परिवार भलाई अफसर, डॉ गुरपाल कटारिया, जिला मास मीडिया और सूचना अफसर जगत राम मौजूद रहे।