स्वामी विवेकानंद का जीवन और विचार दोनों ही प्रेरणास्रोत : अंकुश
नवांशहर स्थानीय राहों रोड पर स्थित श्री कृष्णा टयूटोरियल्स में राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के संचालक अंकुश निझावन ने छात्रों को बताया कि महान दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन ही हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
स्थानीय राहों रोड पर स्थित श्री कृष्णा टयूटोरियल्स में राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के संचालक अंकुश निझावन ने छात्रों को बताया कि महान दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन ही हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानंद का जीवन और विचार दोनों ही प्रेरणास्रोत हैं। उनका जन्मदिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाए जाने का प्रमु्ख कारण उनका दर्शन, सिद्धांत, आलौकिक विचार और उनके आदर्श हैं। जिनका उन्होंने स्वयं पालन किया और भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी उन्हें स्थापित किया। उनके ये विचार और आदर्श युवाओं में नई शक्ति और ऊर्जा का संचार करते हुए प्रेरणा का एक उम्दा स्त्रोत साबित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग देश की रीढ़ की हड्डी होता है। हमारा इतिहास इस बात का साक्षी है कि आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले ज्यादातर युवा ही थे।
रावण के आतंक को खत्म करने के लिए प्रभु श्री राम ने अपनी युवा अवस्था में ही संकल्प लिया था। अपने अत्याचारी पिता को चुनौती देने वाले प्रह्लाद भी युवा ही थे। कंस के प्रति जनसमूह को जागृत करने वाले भगवान कृष्ण भी युवा ही थे। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद एवं खुदी राम बोस ऐसे युवा थे, जिन्होंने आजादी के लिए अपनी जवानी तक को कुर्बान कर दिया था।
इस मौके पर कुलजीत सिंह, परमवीर सिंह, कुनाल पुरी, ऋषभ चोपड़ा, गिरीश शर्मा, हरप्रीत कौर, अर्षप्रीत, जतिदर, सेजल बत्रा, किरण, मोहन, अनुभव, तजिदर, दीपांशिका, अर्शदीप, दीपांशु व इंद्रप्रीत आदि उपस्थित थे।