स्वास्थ्य, व्यक्ति की ऊर्जा के स्तर व दक्षता को प्रभावित करते हैंगलत आसन
आर्ट ऑफ लिविग का स्पाइन केयर एंड पोस्टर कार्यक्रम सोमवार से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलेगा।
जेएनएन, नवांशहर : आर्ट ऑफ लिविग का स्पाइन केयर एंड पोस्टर कार्यक्रम सोमवार से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलेगा। आर्ट ऑफ लिविग के शिक्षक मनोज कंडा ने बताया कि प्रोग्राम नवांशहर में सुबह छह से साढ़े आठ बजे बजे तक चलेगा। डॉ.मीनाक्षी गुप्ता एमबीबीएस एमडी चंडीगढ़ से चार दिन के लिए विशेष रूप से कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। मनोज कंडा ने बताया कि यह कार्यक्रम हमारे शरीर के लिए मुख्य सहायता प्रदान करता है। यह हमारी रीढ़ की हड्डी को चोट से बचाते हुए सीधे खड़े होने, झुकने और मुड़ने की अनुमति देता है। गलत आसन व्यक्ति की ऊर्जा के स्तर दक्षता को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा, हमारी रीढ़ 33 व्यक्तिगत हड्डियों से बनी होती है। हड्डियां एक के ऊपर एक खड़ी होती है। मनोज कंडा ने बताया कि यह प्रोग्राम विशेष रुप से स्पाइन और बैग संबंधित समस्याओं के लिए डिजाइन किया गया है यह वास्तव में दर्द को कम करने में मदद करता है। स्पाइन केयर योगा कार्यक्रम की तकनीकों के नियमित अभ्यास से हमारी दिनचर्या के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पडता है। शरीर का अधिक वजन, कमजोर मांसपेशियां, और मांसपेशियों के खराब स्वर या बड़े पेट जैसी कुछ चीजें न केवल हमारी रीढ़ बल्कि हमारे पूरे शरीर की बनावट को प्रभावित करती है। अच्छे आसन में आपके शरीर को खड़े होने, चलने, बैठने और लेटने का प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि आपके मूवमेंट की गतिविधियों के दौरान रीढ़ पर कम से कम दबाव पड़े। स्पाइन केयर योग कार्यक्रम जो अनिवार्य रूप से आसन को संबोधित करता है गलत आसन समग्र स्वास्थ्य, व्यक्ति की ऊर्जा के स्तर और दक्षता को प्रभावित करते हैं।