दो पंचायतों का सांझा तालाब सुधार को तरस रहा
जल संकट के संभावित खतरे को लेकर जगह-जगह जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। लोगों को पानी की उपयोगिता को समझने के लिए कहा जा रहा है।
सतीश शर्मा, काठगढ़ : जल संकट के संभावित खतरे को लेकर जगह-जगह जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। लोगों को पानी की उपयोगिता को समझने के लिए कहा जा रहा है। सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर इस दिशा में व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चलाए जा रहा हैं। परंतु पुराने तालाबों की दशा में सुधार को लेकर जरूरी पहल नहीं की जा रही है। काठगढ़ में स्थित एक पुराना तालाब है जोकि हिदुस्तान-पाकिस्तान बंटवारे के पहले का है। अब गांव की दो पंचायतें बन गई है। काठगढ़ और दूसरी काठगढ़ खुर्द। तालाब दोनों ही पंचायतों का सांझा है लेकिन उसके रख-रखाव को जिम्मेदारी करना जरूरी नहीं समझा गया। तालाब में पानी की संभाल को लेकर पूर्व पंचायत ने इस तालाब के चारों और मनरेगा के तहत ठीक करके उसे मछली पालन के लिए ठेके पर दिया था। इसकी हालत फिर से खराब होने लगी है। लोग बताते हैं कि पहले यहां पर किसान पशुओं को पानी पिलाने के लिए आते थे। पानी पिलाकर उनको नहलाया जाता थे। तालाब में पानी इकट्ठा होकर रीचार्ज होता रहता था। ऐसे हैं तालाब के हालात
इस तालाब की हालत बदहाल हो चुकी है। तालाब में गंदगी भरी हुई है। तालाब के किनारे कच्चे होने से इसमें मिट्टी धंसती है। ठेका दीपक कल्याण पूर्व पंचायत सदस्य काठगढ़ खुर्द निवासी ने लिया है। उन्होंने बताया कि बारिश न होने के कारण पानी कम हो गया। इससे यहां दिक्कत आ रही है। तालाब की सफाई हो जाए तो फिर यहां की स्थिति ठीक हो सकती है। यह तालाब बहुत पुराना है। तालाब को फिर साफ करवाने की बता चल रही है। दोनों पंचायतों के सरपंचों को बताया है। काठगढ़ खुर्द की सरपंच बेबी हरमन तथा काठगढ़ के सरपंच गुरनाम सिंह दोनों ने ही मनरेगा के तहत इसकी सफाई करवाने का आश्वासन दिया है। तालाब के चारों और चारदिवारी पंचायत द्वारा करवाई जानी चाहिए। तेज बरसात में ओवरफेलो हो जाएगा तालाब पानी
पंचायत और जिला प्रशासन ने आजतक इस तालाब को सुंदर बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाएं और न ही इस तालाबों को साफ करवाया गया है जिससे यह तालाब अब पुरी तरह से बदहाल हो चुका है। वहीं बरसात का सीजन पास में ही है और इस तालाबों में गंदगी होने के कारण तालाब की गहराई कम हो गई है। अगर तेज बरसात होती है तो तालाब का पानी ओवर फ्लो हो जाता है। जिससे जनता को नुकसान हो सकता है।