संघर्ष कमेटी का कंप्यूटर अध्यापक को समर्थन
कंप्यूटर अध्यापक यूनियन के जिला प्रधान हर¨वदर ¨सह और सचिव सु¨रदर पाल ने एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि साल 2010 में हुए नोटिफिकेशन अनुसार कंप्यूटर अध्यापक की सेवाएं एक जुलाई 20111 से रेगुलर की गई थी। जिनके अनुसार कंप्यूटर अध्यापकों पर पंजाब सिविल सर्विसस लागू किए गए थे। परन्तु सरकार की तरफ से जानबूझ कर कंप्यूटर अध्यापकों को उनसे दूर रखा गया। यूनियन नेता ने बताया कि अध्यापक संघर्ष कमेटी पंजाब की 1
जेएनएन, नवांशहर: कंप्यूटर अध्यापक यूनियन के जिला प्रधान हर¨वदर ¨सह और सचिव सु¨रदर पाल ने एक बताया कि साल 2010 में हुए नोटिफिकेशन के अनुसार कंप्यूटर अध्यापक की सेवाएं एक जुलाई 2011 से रेगुलर की गई थी। इसके अनुसार कंप्यूटर अध्यापकों पर पंजाब सिविल सर्विसेज लागू किए गए थे। परन्तु सरकार ने जानबूझ कर कंप्यूटर अध्यापकों को उनसे दूर रखा। यूनियन नेता ने बताया कि अध्यापक संघर्ष कमेटी पंजाब की 18 फरवरी को शिक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक में इस संबंध में विस्तार से बात की गई और उन्होंने इस पर पूरी तरह से सहमति दी। लेकिन अभी भी सरकार और उनके विभाग की तरफ से कुछ नहीं किया गया। इस कारण सामूहिक अध्यापक बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और आने वाले दिनों में अध्यापक संघर्ष कमेटी की तरफ से एक्शन लिया जाएगा।
इस अवसर पर मनदीप ¨सह, र¨वदर ¨सह, राज कुमार, लख¨वदर कुमार, विजय, संजय शीरा, सचिन शर्मा, स¨तदर सोढ़ी, राज¨वदर लाखा, सुख¨वदर कुमार, नीरू, हर¨जदर कौर आदि उपस्थित थे।