12 किलोमीटर की गढ्डों से भरी सड़क दे रही हादसों को न्यौता
बलाचौर-रोपड़ नेशनल हाईवे पर 100 से भी अधिक गांवों को जोड़ने वाली पीडब्ल्यूडी की सड़क की स्थिति खराब है।
सतीश शर्मा, काठगढ़ : बलाचौर-रोपड़ नेशनल हाईवे पर 100 से भी अधिक गांवों को जोड़ने वाली पीडब्ल्यूडी की सड़क की स्थिति खराब है। कंडी खोज केंद्र को जाने वाली 12 किलोमीटर की सड़क के नाम से भी चर्चित सड़क पर गांव जंडी के पास पड़ा गहरा गड्ढा भयंकर रूप धारण कर चुका है। इस गढ्डे की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। इस सड़क को बनाकर विभाग आंखें बंद करके बैठ गया है। इस सड़क पर और भी कई जगह पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं। रोजाना सैकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है। गहरा गड्ढा हर आने जाने वाले राहगीरों के लिए मुसीबत बना हुआ है। इस सड़क से कई सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे टीचर व विद्यार्थी गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं और राहगीर भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। पानी भरने के बाद और गहरा हो जाता है गढ्डा
गांव जंडी के पूर्व सरपंच चौधरी ओम प्रकाश का कहना है कि यह गड्ढा खतरनाक बन गया है। जब इसमें पानी भर जाता है तो इसकी गहराई का कोई पता नहीं चलता। मोटरसाइकिल व स्कूटर चालक अचानक इस गड्ढे में गिरकर चोट खा जाता है इसलिए शीघ्र इसको ठीक करवाना चाहिए। मरम्मत के बावजूद समाधान नहीं
डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल काठगढ़ के प्रिसिपल नरेंद्र शर्मा ने बताया कि स्कूल के पास भी सड़क टूटी पड़ी है, वहां से तीन बार इस टूटी हुई सड़क को ठीक करने पर भी ठीक नहीं हुई है। अगर ठीक ढंग से सड़क को बनाया जाए तो खराब नहीं होगी। हादसे बढ़ रहे हैं और विभाग खामोश है
काठगढ़ के सरपंच गुरनाम सिंह ने बताया कि इस 12 किलोमीटर की सड़क पर और भी कई स्थान हैं, जहां से सड़क का बुरा हाल है। सड़क पर पड़े इन बड़े-बड़े गड्ढों के कारण लोग दिन रात परेशान हो रहे हैं और गिरकर चोट खा रहे हैं। परन्तु विभाग खामोश है। जल्द ठीक करवाए गढ्डे
पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ जसवंत सिंह ने बताया कि हम स्वयं इस सड़क पर जाकर निरीक्षण करेंगे और गड्ढे को ठीक करवाया जाएगा। लोगों की परेशानी का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा।