प्रदेश सरकार का जलाया पुतला
पंजाब यूटी मुलाजिम और पेंशनर्स साझा फ्रंट के आह्वान पर डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के सामने जिला कनवीनर करनैल सिंह राहों जीत लाल गोहल्ड़ों गुलशन कुमार सुरिदर सिंह सोइता के नेतृत्व में रोष रैली करने के उपरांत पंजाब सरकार का पुतला जलाया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: पंजाब यूटी मुलाजिम और पेंशनर्स साझा फ्रंट के आह्वान पर डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के सामने जिला कनवीनर करनैल सिंह राहों, जीत लाल गोहल्ड़ों, गुलशन कुमार, सुरिदर सिंह सोइता के नेतृत्व में रोष रैली करने के उपरांत पंजाब सरकार का पुतला जलाया।
इस मौके मुलाजिमों और पेंशनरों ने हरियाणा और केंद्र सरकार की तरफ से किसानों पर किए गए अत्याचार की भी निदा की। सभी ने कहा कि केंद्र सरकार ने 44 श्रम कानूनों को खत्म करके मजदूर विरोधी कोड बना कर मजदूरों के हकों पर डाका मारा है। प्रिसिपल अशोक कुमार, सुख राम, सुरिदर पाल, गुरदयाल जगतपुर, कश्मीर सिंह व परमजीत कौर आदि ने किसानों के संघर्ष की हिमायत की। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के विभागों का निजीकरण बंद किया जाए और विभागों के पुनर्गठन के बहाने पोस्ट का खात्मा रोका जाए। इसके अलावा जल स्त्रोत विभाग के हजारों पदों को खत्म करने का पत्र वापस लिया जाए। वेतन कमीशन खत्म करने के बजाय जनवरी 2016 से लागू होने वाले वेतन कमीशन की रिपोर्ट तुरंत जारी कर लागू की जाए। आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों का कम से कम वेतन 18000 रुपये किया जाए। अलग-अलग विभागों में खाली पड़े पदों को रेगुलर भर्ती से तुरंत भरा जाए। नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से मांगों का हल न करने पर नौ दिसंबर को मोहाली में रोष रैली और प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर गुरदयाल सिंह, जोगा सिंह, कुलविदर, सीबू राम, मोहन सिंह, सुरजीत राम, जीत राम, दीदार सिंह, देस राज बज्जों, परमजीत कौर मुकंदपुर, जसवीर सिंह मंगूवाल, निर्मलजीत, कृष्ण लाल, अमरीक लाल, सुखराम, चरनजीत, कुलविंदर कौर, नीतू रानी, किरण कुमारी, सुखविदर कौर, मीना रानी व निर्मला आदि भी उपस्थित थीं।