लाकडाउन और कर्फ्यू के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन
अलग-अलग संगठनों की तरफ से नवाशहर में लाकडाउन और कर्फ्यू के विरोध में प्रदर्शन किया गया
जागरण संवाददाता, नवाशहर
अलग-अलग संगठनों की तरफ से नवाशहर में लाकडाउन और कर्फ्यू के विरोध में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने सेहत सेवाओं का पुख्ता प्रबंध करने, डाक्टरों, नर्सो की भर्ती करने, दवाएं, वेंटिलेटर और आक्सीजन की कमी दूर करने, करोना के नाम पर किए जा रहे जुर्माने बंद करने, चालान काटने बंद करने, स्कूल खोलने की माग कीं। इससे पहले निजी कंपनी के आगे मीटिंग की गई, जिसको भूपिंदर सिंह वड़ैच, जसबीर दीप, कुलविंदर सिंह वड़ैच, तरसेम सिंह बैंस, बूटा सिंह, गुरबख्श कौर संघा, सुरजीत कौर उटाल, मनजीत कौर अलाचौर, महिंदरपाल सिंह खालसा, पुनीत कुमार बछौड़ी, बिल्ला गुज्जर, कमल बंगा, प्रवीन कुमार निराला, सिमरनजीत कौर रिसी, हरी लाल, गुरदयाल रक्कड़ ने संबोधित किया। वक्तओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब की कैप्टन सरकार कोरोना बीमारी के साथ कम, परन्तु नागरिकों के विरुद्ध अधिक लड़ाई लड़ रही है। मौजूदा समय में इन सरकारों के सेहत प्रबंधों की पोल खुल गई है। सरकार संकट की घड़ी की दुहाई देकर लोगों को पाबंदियों की पालना करने के लिए आदेश जारी कर रही है, परन्तु जरूरतमंदों की मदद नहीं कर रही। आक्सीजन की कमी के कारण कीमती जानें जा रही हैं। कोरोना का डर निजी अस्पतालों के लिए सोने के अंडे देने वाली मुर्गी साबित हो रहा है। नित्य प्रयोग की चीजें और दवाओं की कीमतों पर सरकार का कोई कंट्रोल ही नहीं है। परंतु रेहड़ियों, फड़ियों वाले सरकारी आदेशों का निशाना बन रहे हैं। मीटिंग में पहली मई को मागों को लेकर नवाशहर में रैली और मुजाहरा करने का फैसला किया गया।