Move to Jagran APP

पंजाब की राजनीतिक पार्टियां आंदोलन में किसानों का दे साथ: राणा कर्ण सिंह

बुधवार को टोल प्लाजा बछुआं में किसानों की बैठक मदन लाल मीलू की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मुख्य तौर पर राणा कर्ण सिंह कनवीनर टोल प्लाजा मोर्चा ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि आज आंदोलन 340वें दिन में प्रवेश कर चुका है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 10:25 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 10:25 PM (IST)
पंजाब की राजनीतिक पार्टियां आंदोलन में किसानों का दे साथ: राणा कर्ण सिंह
पंजाब की राजनीतिक पार्टियां आंदोलन में किसानों का दे साथ: राणा कर्ण सिंह

संवाद सहयोगी, काठगढ़: बुधवार को टोल प्लाजा बछुआं में किसानों की बैठक मदन लाल मीलू की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मुख्य तौर पर राणा कर्ण सिंह कनवीनर टोल प्लाजा मोर्चा ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि आज आंदोलन 340वें दिन में प्रवेश कर चुका है। परन्तु केंद्र सरकार का रवैया बरकरार है। उन्होंने कहा कि 32 किसान जत्थेबंदियों द्वारा राजनीतिक पार्टियों को अपील की गई थी। जिसका असर नजर नहीं आ रहा है। अकाली-कांग्रेस किसान आंदोलन को कमजोर करने की बातें कर रहे हैं। राणा कर्ण सिंह ने कहा कि अगर पंजाब की राजनीतिक पार्टियां प्रदेश को बचाना चाहते हैं तो किसान मोर्चे का साथ दें। उन्होंने कहा कि पंजाब की राजनीतिक पार्टियां किसान आंदोलन में शामिल होकर इन तीनों काले कानूनों को रद करवाएं। एमएसपी पर गारंटी दिलवाकर मोर्चा फतह करवाएं। इस अवसर पर मदन मीलू, धर्मपाल, करनैल सिंह, जगतार सिंह, सोहन सिंह, मोहन सिंह, राम पाल, मोहन सिंह, संतोख सिंह, रघवीर सिंह, गुरदयाल सिंह आदि उपस्थित थे। 20 को होगा चंडीगढ़ में किरतियों की ओर से चक्का जाम : निर्मल जंडी

loksabha election banner

संवाद सहयोगी, काठगढ़: बुधवार को मिस्त्री-मजदूर किरती निर्माण यूनियन की बैठक काठगढ़ में हरदीप पनेसर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें जिला प्रधान कामरेड निर्मल सिंह जंडी ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र व पंजाब सरकार दोनों ही मजदूरों, किरतियों के साथ किए गए सभी वादे भूल गई है। यह अब कार्पोरेट घरानों की भाषा बोल रहे हैं। किरती-मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। कामरेड निर्मल जंडी ने कहा कि कैप्टन सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर रही है। परन्तु जो वादे मजदूरों के साथ किए हैं, वह पूरे नहीं किए गए हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मजदूरों की रजिस्ट्रेशन को सरल बनाया जाए। गरीब मजदूर के पास घर नहीं है। जिसके लिए उन्हें पांच लाख रुपये ग्रांट दी जाए। उन्होंने कहा कि 1996 का एक्ट लागू नहीं हो रहा है। मजदूरों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी होनी चाहिए। केंद्र व प्रदेश सरकार दोनों को नींद से जगाने के लिए पंजाब भर से किरती 20 को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। वहां पर दोनों सरकारों को वादे याद करवाएंगे। इस अवसर पर मदन लाल, सुभाष ठेकेदार, सोढ़ी ठेकेदार, काला ठेकेदार, जसवंत, रामपाल, कृष्ण कुमार, बलवीर सिंह आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.