हदें पार, अब अवैध खनन पर लगे लगाम
राहों में आधा दर्जन गांवों के लोगों ने रेत माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : राहों में आधा दर्जन गांवों के लोगों ने रेत माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को अवैध खनन करके ले जा रहे साथ टिप्परों को घेर कर रोकने के बाद पुलिस के हवाले किया। गांव के लोगों ने एडीसी से मिलकर इसकी शिकायत की और जांच करवाने की मांग की। उल्लेखनीय रेत पर पाबंदी के बावजूद धड़ल्ले से अवैध माइनिग हो रही है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने आंखें मूद रखी है जिसके कारण रेत माफिया प्राकृतिक संसाधनों पर डाका डाल रहा है।
गांव रतनाना, माहल, घुमाणा, हादीवाल, हुसैनपुर, गढी फतेह खां, गढ़ी उधोवाल, सेखां माजरा, कनौन, सैदपुर, नियमातपुर, बैरसाल के लोग इकट्ठा होकर एडीसी अनुपम कलेर से मिले। लोगों ने कहा कि उन्होंने 27 जुलाई को धरना लगा कर अवैध खनन कर रेत लेकर जा रहे सात टिप्परों को पकड़ा। रेत खनन का काम अवैध रूप से वन विभाग की जमीन पर हादीवाल में हो रही है जबकि सरकार ने बैरसाल की खड्ड को नीलाम की है। लोगों कहा कि अब पानी सिर से उपर उठ चुका है। हद से ज्यादा अवैध खनन हो रहा है जिसपर लगाम कसने की जरूरत है। उन्होंने ठेकेदार रणदीप सिंह पर एफआइआर दर्ज करवाने की भी मांग की। लोगों ने बैरसाल के खड्ड को भी कैंसिल करने की मांग की है। मांग करने वालों में अमनदीप सिंह, पलविदर सिंह, राकेश कुमार, सुखविदर सिंह, सुरिदर सरपंच रजनी देवी, हरबंस सिंह, सहित अन्य गांव के लोग शामिल थे। खनन से नदी के बांध को खतरा
लोगों ने जिला प्रशासन से पूछा है कि नदी के बांध पर रेवन्यू विभाग किसानों के वाहन व पशुओं को भी नहीं जाने देता, लेकिन अवैध माइनिग कर ले जा रहे भारी-भरकम टिप्परों को छूट दे रखी है। इससे नदी के बांध को खतरा है। भारी टिप्परों के गुजरने से बांध तीन से चार फुट तक दब गया है। सरकार के नियम के मुताबिक सुबह 7 बजे से शाम पांच बजे तक रेत खनन हो सकता है, लेकिन यहां अवैध रूप से दिन रात खनन जारी है। कनौन गांव के नाके के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास है। उससे सब साफ हो जाएगा। लोगों ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने टिप्परों को रोका था तो उनके पास रेत खनन की पर्चियां थी। माइनिग विभाग के अधिकारियों से बात हुई तो उनका कहना था कि यह बिना विभाग की आज्ञा से हो रहा है।
लोगों ने बताया कि हादीवाल में अवैध रूप से रेत खनन से बांध कमजोर हो गया है। नदी में ज्यादा पानी आने पर यह टूट सकता है।
उखड़ गए कई पेड़, नहीं हुई कोई जांच
लोगों ने आरोप लगाया कि पहले कनौन गांव के पास बांध पर बहुत सारे पेड़ थे, लेकिन टिप्परों की आवाजाही के लिए जेसीबी से उन्हें उखाड़ दिया गया। इसकी जांच आज तक नहीं की गई है। लोगों ने कहा कि इलाके के लोगों की जान व माल की रक्षा के लिये इसे बंद करवाया जाना चाहिए।
अधिकारियों से रिपोर्ट लेकर होगी कार्रवाई : कलेर
एडीसी अनुपम कलेर ने बताया कि अवैध खनन को लेकर अधिकारियों को जांच के लिए कहा गया है। इनसे रिपोर्ट कार्रवाई की जाएगी। अवैध खनन को रोका जाएगा। इसके लिए किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।