कोरोना से बचना है तो दो गज की दूरी व मास्क है जरूरी
कोरोना संक्रमण पिछले साल की तुलना में इस बार कुछ ज्यादा ही घातक है। जिले के प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी ने जो संकट खड़ा कर दिया है उसका सामना करना और इस क्रम में जीवन रक्षा के उपयोगों को पहल देना मौजूदा समय की माग है।
जयदेव गोगा, नवाशहर: कोरोना संक्रमण पिछले साल की तुलना में इस बार कुछ ज्यादा ही घातक है। जिले के प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी ने जो संकट खड़ा कर दिया है, उसका सामना करना और इस क्रम में जीवन रक्षा के उपयोगों को पहल देना मौजूदा समय की माग है। प्रिंसीपल ईश्वर चंद्र ने कहा कि कोरोना वायरस से उपजी महामारी की दूसरी लहर ने लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। दूसरी लहर के कारण क्षेत्र में जो स्थितिया पैदा हो गई हैं, उनकी अनदेखी किसी के द्वारा भी किसी भी प्रकार से नहीं की जानी चाहिए। सभी समुदायों के लोगों को अपने प्रोग्राम, पर्व व त्योहार आदि संयम से व भीड़भाड़ से हटकर मनाने चाहिए। ऐसा कोई काम नहीं किया जाना चाहिए, जिससे भीड़ इकट्ठी हो और कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में मुश्किलें पेश आएं। एडवोकेट जुगल किशोर दत्ता ने कहा कि जिला वासियों को अगर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बचना है , तो उनके लिए पहले से भी ज्यादा एहतियात बरतने के अलावा कोई चारा नहीं है। कोरोना की यह दूसरी लहर इतनी घातक न होती, अगर सभी लोगों ने मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने में पर्याप्त सतर्कता बरती होती। अभी भी समय है। अगर हर नागरिक यह ठान ले कि वह मास्क लगाने के साथ-साथ शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखेगा और बेवजह घर से बाहर नहीं निकलेगा, तो निश्चित ही हालात बदले जा सकते हैं।
डा. मंगत सिंह ने कहा कि कोरोना की लहर ने एक बार फिर हम सभी को बुरी तरह से घेर लिया है। इसलिए शारीरिक दूरी, मास्क पहनने और हाथ धने जैसे कोविड संबंधी सावधानियों का पालन करने में जरा भी गुरेज नहीं करना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को बुखार, खासी, जुकाम या थकावट आदि महसूस होने लगे, तो उसे टेस्ट करवाने में जहा भी गुरेज नहीं करना चाहिए। डा. बृज मोहन बड़थवाल का कहना है कि जिला वासियों को चाहिए कि वह कोरोना संक्रमण से जुड़े तमाम एहतियात बड़ी शिद्दत से बरतें। अगर हम कोविड अनुकूल अपना व्यवहार रखें, यानी सही ढंग से मास्क लगाएं, दो गज की दूरी रखें और अपना खानपान और जीवन शैली दुरुस्त रखकर अपने प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करते रहें, तो कोरोना वायरस हमें संक्रमित नहीं कर पाएगा। इसलिए किसी भी कीमत पर कोरोना नियमों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।