सड़कों पर घूम रहे ओवर लोड वाहन दे रहे दुर्घटनाओं को न्यौता
सड़कों पर बेखौफ घूम रहे ओवरलोड वाहनों पर अब भी लगाम नहीं लग पाई है।
ऋषि चंद्र, नवांशहर : सड़कों पर बेखौफ घूम रहे ओवरलोड वाहनों पर अब भी लगाम नहीं लग पाई है। पुलिस की परवाह किए बिना वाहन चालक बिना किसी डर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। ऐसे वाहन चालकों का अपने वाहन की रफ्तार पर भी कोई कंट्रोल नहीं होता। इस कारण बहुत सी कीमती जिदगियों को सड़क दुर्घटनाओं के कारण हाथ धोना पड़ता है। सड़क दुर्घटनाओं में हर साल सैकड़ों लोग घायल होते हैं और बहुत से लोगों की जान चली जाती है। कई बार सड़क दुर्घटना का कारण ओवरलोड वाहन बनते हैं। स्थिति यह है कि ट्रक व टैंपो सहित तमाम छोटे बड़े वाहन धड़ल्ले से ज्यादा कमाई के चक्कर में सामान को वाहनों में भर लेते हैं, जबकि वाहन की इतनी क्षमता नहीं होती है। इससे वाहनों पर वाहन चालक का नियंत्रण नहीं रह जाता, जिस कारण दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे वाहनों के लिए विभिन्न सड़कों का मुआयना किया गया तो सड़क पर ओवरलोडेड वाहन धड़ल्ले से जाते दिखे। ऐसे ओवरलोड वाहनों के चालकों को कोई भी डर नहीं था और कहीं भी ओवर लोड वाहनों को चेक करने या उनके खिलाफ कार्रवाई करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। यह स्थिति बंगा रोड, औड़, बहारा रोड, रेलवे स्टेशन रोड व राहों रोड की है। कॉमर्शियल वाहनों की स्थिति यह है कि टेंपो पर सरिये व गार्डर, पाइपें लाद कर ले जाई जाती है। सरिये और गार्डर आगे और पीछे दोनों ओर कई फुट आगे तक ये वाहन से बाहर होते हैं। इससे दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। यह वाहन मुख्य सड़कों पर तेजी से तो जाते ही हैं, तंग बाजारों से भी तेजी से ही निकलते हैं। इस कारण कई बार वाहनों की तेज रफ्तार के चलते लोग इनकी चपेट में आ जाते हैं। ट्रक, कैंटर, ट्रैक्टर-ट्राली सहित तमाम वाहनों की यही स्थिति बनी हुई है। ड्राइवर करते हैं ईयर फोन का इस्तेमाल
राजवंत शर्मा का कहना है कि कॉमर्शियल वाहनों की लापरवाही की यह स्थिति है कि भारी वाहनों को चलाते समय ड्राइवर ट्रैफिक नियमों का भी ध्यान नहीं रखते हैं। ड्राइवर बात करने और गाने सुनने के लिए एयर फोन का इस्तेमाल करते हैं। इससे उनका ध्यान बंट जाता है और दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। तेज रफ्तार से होती हैं दुर्घटनाएं
हैपी चावला का कहना है कि ओवरलोड वाहन शहर से बाहर निकलने के लिए आपने वाहनों की रफ्तार बढ़ा देते हैं। वाहन पर जरूरत से अधिक सामान होने के कारण वाहन चालक का रफ्तार पर कंट्रोल नहीं रहता। शहर में तेज रफतार से निकलने वाले वाहन अकसर देखे जा सकते हैं। वाहन चालकों को पुलिस का डर नहीं होता। नहीं करते पुलिस की परवाह
बलविदर सिंह का कहना है कि शहर में सरीया और सनेटरी के दुकानदार राजनीतिक दबाव होने के कारण पुलिस की परवाह नहीं करते। वह धड़ल्ले से भार ढोहने वाले वाहनों पर आपना सामान लोड कर विभिन्न गांवों और शहर के मोहल्लों में भेजते हैं। यदि कोई पुलिस अधिकारी उनके वाहनों पर कार्यवाई करता है तो दुकानदार आपना राजनीतिक दबाव दिखाते हैं। ओवरलोड वाहनों के किए जाते हैं चालान: डीएसपी ट्रैफिक
डीएसपी ट्रैफिक दीपिका सिंह ने कहा कि ओवर लोड वाहनों के खिलाफ पुलिस की ओर से चालान किए जाते हैं। यदि फिर भी कहीं कोई कमी है तो वह पुलिस अधिकारियों से कहेंगे कि ओवर लोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाई जाए।