महंगी हुई खाने की थाली, आसमान छूने लगे सब्जियों के दाम
नवांशहर लाकडाउन के बाद सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। गरीब की रसोई से सब्जी गायब हो चुकी है।
मुकेश बिट्टू, नवांशहर: लाकडाउन के बाद सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। गरीब की रसोई से सब्जी गायब हो चुकी है। ऐसी कोई भी सब्जी नहीं है, जिसके दाम 40 रुपये प्रति किलोग्राम से कम हों। एक तो कोरोना के कारण वैसे ही लोगों के व्यापार खत्म हो चुके हैं और कई लोगों की नौकरियां तक जा चुकी है। अब ऊपर से सब्जी की बढ़ रही कीमतें लोगों को परेशान कर रही हैं। एक हफ्ते पहले 40 रुपये किलो बिकने वाले प्याज के थोक का भाव 50 रुपये से लेकर 60 रुपये तक पहुंच गया है। बाजार में यह 75 से 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है।
सब्जी विक्रेता वरिदर, रमेश व गुलशन ने बताया कि सभी सब्जियां महंगी हो गई हैं। लोग भी सब्जी कम खरीद रहे हैं। सब्जी महंगी होने के कारण इनकी मांग भी कम हो गई है। रोज सेल कम हो रही है। सब्जियों के दाम बढ़ने से लोग मजबूरी में थोड़ी सब्जी ही खरीद रहे हैं। वहीं व्यापारी वर्ग का कहना है कि जिले में पैदा होने वाली सब्जियों की पैदावार खत्म हो चुकी है और प्याज के दाम में वृद्धि थोक व्यापारियों की वजह से हुई है । आलू के दाम भी किसानों व आलू व्यापारियों के मनमानी के चलते बढ़े हैं। सरकार का इस पर कोई कंट्रोल नहीं है, जिसका खमियाजा आम आदमी को उठाना पड़ रहा है। सरकार को चाहिए कि सब्जियों को जानबूझ कर दाम बढ़ाने के लिए स्टोर करने वालों पर कारवाई की जाए। (प्रति किलो रुपये में)
थोक के भाव खुदरा दाम
आलू 30=35--- 45 - 55
प्याज - 55-60 -- 60 -75
टमाटर -30 -35 - 40 - 55 रु
फूलगोभी 30 - 45--- 50 - 65
मटर -75 --- 90 - 105
अदरक - 35 --- 50- 65
हरी मिर्च- 90 ----- 125
बैंगन 15 - 20 ---- 30 - 45
पैठा कद्दू 20 ----- 35
शिमला मिर्च 90 --- 125
तोरी -20- 30 -- 45
करेला 30 --- 50- 65
लहसुन 195- 120 --- 155