मोबाइल ठीक न करने पर सैमसंग पर लगाया जुर्माना
नवांशहर जिला उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम ने सैमसंग कंपनी द्वारा खराब मोबाइल ठीक न करके उपभोक्ता को परेशान करने पर दो हजार रुपए का जुर्माना व मोबाइल ठीक करने के आदेश दिए हैं। इन आदेशों को फोरम ने एक महीने में लागू करने का निर्देश दिया है।
जासं, नवांशहर : जिला उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम ने सैमसंग कंपनी द्वारा खराब मोबाइल ठीक न करके उपभोक्ता को परेशान करने पर दो हजार रुपए का जुर्माना व मोबाइल ठीक करने के आदेश दिए हैं। इन आदेशों को फोरम ने एक महीने में लागू करने का निर्देश दिया है।
गढ़शंकर निवासी वीरेंद्र कुमार ने फोरम को दी शिकायत में बताया है कि उन्होंने फ्लिप कार्ड से 6,490 रुपये का सैमसंग गैलेक्सी-जे-3 प्रो मोबाइल फोन खरीदा था। इस मोबाइल एजेंसी ने मोबाइल में खराबी होने पर वापस लेने व ठीक करवाने की गारंटी दी थी। 13 अगस्त 2018 को उन्हें मोबाइल फोन मिल गया। जो फोन उन्हें मिला वह खराब था। इससे उन्हें इसे चलाने में समस्या आने लगी। 24 अगस्त 2018 को वह होशियारपुर के किग्स केयर सेंटर में गए। चार दिन बाद उन्हें फोन डिस्प्ले को बदल दिया गया। इसके बावजूद उनके फोन में समस्या आने लगी तो उन्होंने नवांशहर के कंप्यूटर केयर के पास लेकर उनके सेट को रख लिया और 21 सितंबर उन्हें बताया कि टेक्निकल कारणों से यह फोन डेड है। उन्होंने कंप्यूटर केयर के अधिकारियों से कई बार शिकायत की लेकिन वे उसे ठीक नहीं कर पाए। उन्होंने उनके फोन की बैटरी को भी बदला।
वारंटी पीरियड में होने बावजूद कंपनी ने पैसे मांगे
वारंटी पीरियड में होने बावजूद उनसे 2600 रुपए की मांग की गई। वीरेंद्र कुमार अदालत से उनके मोबाइल की कीमत वापस करने या फिर ठीक करवाने की गुहार लगाई और उन्हें हुई परेशानी के एवज में 15 हजार रुपए का मुआवजा दिलवाने की मांग की। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद फोरम के प्रधान कुलजीत सिंह ने कंपनी को मोबाइल का डिस्प्ले बदलने, शिकायतकर्ता की संतुष्टि के मुताबिक डिफेक्ट फ्री करने, मोबाइल की वारंटी अगले छह महीने तक बढ़ाने व दिमागी परेशानी के मुआवजे के रूप में दो हजार रुपए देने के निर्देश दिए।
फोन की वारंटी को खत्म कर दी थी : कंपनी
कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि शिकायतकर्ता ने फोन की वारंटी को खत्म कर दिया था। हैंडसेट को नुकसान पहुंचाया गया था। इसके बारे में शिकायत कर्ता को बताया गया और कहा कि भुगतान के बाद ही मोबाइल ठीक किया जा सकता है, लेकिन उन्होंने भुगतान करने से इन्कार कर दिया। शिकायतकर्ता ने लापरवाही से फोन का इस्तेमाल किया था, जिससे उसकी स्क्रीन टूट गई थी। मोबाइल कई बार गिरा था या फिर उसे पर कोई भारी चीज गिरी थी। शिकायतकर्ता ने इसकी खराब क्वालिटी के बारे में कोई सबूत नहीं दिया है। उनके फोन को ठीक करने को अभी भी तैयार हैं जो वारंटी के तहत आती होंगी।