अब नहीं बजेगा ड्यूटी से बंक, अस्पताल में लगेंगे बायोमीट्रिक सेंसर
जागरण संवाददाता, नवांशहर स्टाफ किस समय ड्यूटी पर आता है और किस समय ड्यूटी छोड़ता ह
जागरण संवाददाता, नवांशहर
स्टाफ किस समय ड्यूटी पर आता है और किस समय ड्यूटी छोड़ता है, इसको मानीटर करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन दफ्तर में बायोमीट्रिक सेंसर मशीनें लगाई जा रही हैं। जिसको सीधे विभाग के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय के साथ सर्वर के जरिए जोड़ा जाएगा। सबकुछ सही रहा तो आने वाले कुछ दिनों में ही यह सेंसर मशीनें सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन दफ्तर में इंस्टाल कर दी जाएंगी। जिसके बाद सारे स्टाफ की हाजिरी इसके जरिए ही लगेगी।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्टाफ की हाजिरी अस्पताल में यकीनी बनाने के उद्देश्य से यह सेंसर मशीनें दोनों दफ्तरों में लगाई जा रही हैं। ताकि स्टाफ व अधिकारी किस समय अस्पताल आते हैं व किस समय अस्पताल या दफ्तर छोड़ते हैं के बारे में सारी जानकारियां सरवर में इकट्ठी होती रहें। हालांकि ऐसे हालातों में जिनमें स्टाफ का काम फील्ड से जुड़ा हुआ है, उनके लिए यह मशीन परेशानी पैदा कर सकती है। क्योंकि न केवल उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करते समय मशीन में हाजिरी दर्ज करवानी होगी, बल्कि ड्यूटी छोड़ते समय भी हाजिरी लगानी होगी। अस्पताल या दफ्तर से दूर जाने वाले फील्ड कर्मचारियों व अधिकारियों को इस मामले में परेशानी उठानी पड़ सकती है। जिसके चलते फील्ड का काम खत्म करते या तो समय रहते उन्हें अस्पताल या दफ्तर पहुंच कर हाजिरी लगवानी पड़ेगी या फिर उस दिन की गैरहाजिरी या मिस पंच दर्ज होगा। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि मिस पंच आदि की समस्या के हल में भी अथारिटी दी गई है। मगर अभी तक कुछ भी साफ नहीं है। जिसके चलते आने वाले समय में यह साफ हो पाएगा।
सिविल अस्पताल में स्थापित है तीन साल से मशीन
सिविल अस्पताल में बीते करीब तीन साल से बायोमीट्रिक मशीन लगाकर ही स्टाफ की हाजिरी लगाई जाती है। जबकि इसका कंट्रोल एसएमओ के पास रहता है। मगर अब जो मशीनें लगाई जा रही हैं, उनका कंट्रोल सीधे विभाग के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय के साथ होगा। जिसके चलते स्थानीय स्तर पर अगर कोई थोड़ी बहुत छूट के आसार थे वह भी अब खत्म हो जाएंगे।
अब जो मशीन लगेगी उसे प्रदेश मुख्यालय से जोड़ा जाएगा
सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. हर¨वदर ¨सह का कहना है कि अस्पताल में बीते करीब तीन साल से मशीन लगी है, मगर अब जो मशीन आई है उसका संबंध सीधे विभाग के प्रदेश मुख्यालय से होगा। जिसके चलते वहीं से कर्मचारियों-स्टाफ की हाजिरी मानीटर की जाएगी।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाई जाएंगी मशीनें
डीएमसी डॉ. दयाल सरूप का कहना है कि विभाग द्वारा सिविल सर्जन दफ्तर व सिविल अस्पताल में पहल के आधार पर बायोमीट्रिक सेंसर मशीन लगाई जा रही हैं। ताकि कर्मचारियों-स्टाफ की हाजिरी यकीनी बनाई जा सके। इसके लिए स्टाफ के ¨फगर सेंसर पहले ही लिए जा चुके हैं। विभाग की प्रपोजल आने वाले समय में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमीट्रिक सेंसर मशीन लगाने की है।