सड़कों पर नहीं उतरा एक भी ट्रक
जागरण संवाददाता, नवांशहर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्टर यूनियन की ओर से तेल की कीमतों में बढ़ोतरी व ट
जागरण संवाददाता, नवांशहर
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्टर यूनियन की ओर से तेल की कीमतों में बढ़ोतरी व ट्रांसपोर्ट नियमों में की गई सख्ती के विरोध में रविवार को हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रहा। हड़ताल के समर्थन में ट्रक यूनियन नवांशहर के ट्रकों के पहिए भी जाम रहे।
तीसरे दिन हड़ताल का असर बाजार में दिखने लगा। मंडियों खासकर दाना मंडी व सब्जी मंडी में माल नहीं पहुंच रहा। लगातार माल न पहुंचने के चलते माल की कमी होने की आशंका है। हालांकि इस संबंधी कोई भी व्यापारी खुल कर नहीं बोल रहा, मगर वीरवार को माल जहां था वहीं पर अटका हुआ है। अगर जल्द ही हड़ताल नहीं थमी या सरकार व यूनियन के दरम्यां बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची तो व्यापारियों का वह सामान खराब होने की आशंका है जो सामान समय अवधी में बंधा हुआ है। इनमें फल, सब्जियां सहित अन्य खाद्य पदार्थ शामिल हैं। इससे व्यापारी वर्ग को घाटा पड़ने की आशंका है। ऐसे हालातों में बाजार पर भी इस हड़ताल का बुरा असर पड़ सकता है।
यूनियन नवांशहर के वाइस प्रधान जीता धमड़ैत का कहना है कि हड़ताल का मुख्य उद्देश्य लगातार डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को बंद करवाकर कीमतों को कंट्रोल रेट तक लेकर आने की मांग प्रमुख है। इसके अलावा सरकार की गलत ट्रांसपोर्ट नीतियों की वजह से लगातार ट्रांसपोर्ट धंधा घाटे में जा रहा है। इसके चलते यूनियन से संबंधित दर्जनों ट्रक मालिक अपने ट्रक कबाड़ियों को बेच कर इस कारोबार से तौबा कर चुके हैं। अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में ट्रक मालिक ट्रक बेच कर मजदूरी करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि यूनियन की तरफ से जो मांग की जा रही है वह ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को बचाने के लिए है, न कि माल की कीमतें बढ़ाने, व्यापारी वर्ग को नुकसान पहुंचाने व लोगों के लिए लिए परेशानी खड़ी करने के लिए बिल्कुल नहीं है। उन्होंने कहा कि यूनियन की लड़ाई सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ है, इसलिए यूनियन को यह हड़ताल करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।