पराली को आग लगाने पर सात को जुर्माना, 19 को चालान
जिला प्रशासन की ओर से पराली को आग लगाए जाने से रोकने के तहत अब तक सात मामलों में अढ़ाई-अढाई हजार रुपये के जुर्माने किए गए हैं।
संवाद सूत्र, नवांशहर
जिला प्रशासन की ओर से पराली को आग लगाए जाने से रोकने के तहत अब तक सात मामलों में अढ़ाई-अढाई हजार रुपये के जुर्माने किए गए हैं। इसके साथ ही विभाग की ओर से 19 और किसानों के पराली को आग लगाने के चालान किए गए हैं और उनको जुर्माना भरने के लिए कहा गया है। यह जानकारी मुख्य खेतीबाड़ी अफसर गुरबख्श ¨सह ने बुधवार को पराली को आग न लगाने से रोकने के लिए डिप्टी कमिश्नर विनय बबलानी द्वारा बनाई नोडल टीमों की प्रगति का जायजा लेने के बाद कहा। इस मी¨टग में तसीलदार नवांशहर अर¨वद, प्रकाश वर्मा मुख्य तौर पर शामिल हुए। मुख्य खेतीबाड़ी अफसर ने बताया कि जिले में हैप्पी सीडर के साथ बजाई के रुझान को उत्साह मिला है और इस समय जिले में 30 हैप्पी सीडर 5 विपरीत हल, जीरो टिल ड्रिल और रोटावेटर आदि का उपयोग कर पराली को आग लगाए बिना ही इसका निपटारा करें।
193 खेती औजार दिए गए
अब तक जिले में पराली के निपटारे के लिए 193 खेती औजार दिए गए हैं। खेती औजारों की उपलब्धता के लिए सरकार द्वारा आई खेत मशीन मोबाइल एप भी चलाई गई है। जिस द्वारा नजदीक के खेती सेवा केंद्र और सहकारी सभा और किसान के पास पराली औजार किराए पर भी लिए जा सकते हैं।
इस समय तहसीलदार नवांशहर से जिला मजिस्ट्रेट के पराली को न जलाने के आदेश का दुरुपयोग करने वाले खेत मालिकों के प्रति पटवारियों द्वारा नोडल अफसरों को तुरंत सूचना देने में सहयोग करने की मांग के साथ साथ पराली को आग लगाने वालों के माल रिकॉर्ड में एंट्री दर्ज करने की मांग भी की।
उन्होंने किसानों को भी अपील की कि वह पराली को आग न लगाएं और वातावरण को बचाने में सहयोग दें। जिस भी किसान के माल रिकॉर्ड में खेत को आग लगाने के बाद लाल एंट्री दर्ज हो गई वह भविष्य में किसी भी प्रकार की खेती आधारित सब्सिडी नहीं ले सकता। इस बैठक में जिले के खेतीबाड़ी अफसर भी मौजूद रहे।