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चाइनीज सामान लेने से दर किनारा कर रहे हैं लोग

सतीश शर्मा, काठगढ़ भारत में चाइनीज सामान ने दूसरी चीजों के भाव को कमजोर कर दिया और धीरे-धीरे चाइन

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 12:01 AM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 12:01 AM (IST)
चाइनीज सामान लेने से दर किनारा कर रहे हैं लोग
चाइनीज सामान लेने से दर किनारा कर रहे हैं लोग

सतीश शर्मा, काठगढ़

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भारत में चाइनीज सामान ने दूसरी चीजों के भाव को कमजोर कर दिया और धीरे-धीरे चाइना की इस चाल से पर्दा उठने लगा, वह सामान भले ही सस्ता था, परन्तु उसे ज्यादा समय तक प्रयोग नहीं किया जाता था, जहां तक दीपावली में चाइनीज रंगीन लाइटें थी। अब उसे लोग नहीं खरीद रहे हैं। दीवाली को मिट्टी के दिए जलाना ¨हदू धर्म में शुभ माना जाता है। भगवान राम 14 साल का वनवास काटकर जब अयोध्या पहुंचे तो वहां की जनता ने दिए जलाकर उनका स्वागत किया, यह मिट्टी के दिए धार्मिक तौर पर भी शुभ माने जाते हैं। इसलिए जनता चाइनीज लड़ियां बंद करके फिर इसी की खरीददारी ज्यादातर करने लगे हैं। दूसरा हमारे देश में प्रजापत दीए को तैयार करके बेचते हैं। उनका कारोबार ठप हो गया, अब फिर से उनके चेहरों पर रौनक बढ़ गई है। अब पिछले एक महीने से इन दीए बनाने में प्रजापत लगे हुए थे, उनका भी कारोबार अब फिर बहाल हो गया है।

सनातन धर्म सभा के प्रधानव सुभाष शर्मा का कहना है कि हमें अपनी परंपरा को भूलना न¨ह चाहिए। यह त्योहार सरसों के तेल के दिए जलाकर पवित्रता को दर्शाता है। विरासत में मिली हुई यह बात हम चाइना के चक्र में आकर भूल रहे हैं। इसलिए हमें दिए जलाकर ही इस त्योहार को मनाना चाहिए।

जीवन पाल कपिला जो व्यवसाय में एक हकीम है, का कहना है कि मिट्टी के दीए जब तैयार किए जाते हैं, उसके लिए साफ दोमट मिट्टी मंगवाई जाती है। यह सब मेहनत व कारोबार से जुड़ी बाते हैं। इससे रोजगार ज्यादा मिल रहा है। चाइनीज सामान ने देश में बेरोजगारी पैदा कर दी है। इसलिए इसकी खरीददारी बंद होनी चाहिए।


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