गेहूं की नाड़ जलाने से रोकने के लिए किसानों को करें जागरुक : डीसी
जागरण संवाददाता, नवांशहर डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार ने कहा कि किसानों द्वारा गेहूं की नाड़, धान की प
जागरण संवाददाता, नवांशहर
डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार ने कहा कि किसानों द्वारा गेहूं की नाड़, धान की पराली जलाने से पर्यावरण को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। इसके लिए किसानों को जागरुक करने की सबसे ज्यादा जरूरत है। डीसी वीरवार को लंगड़ोआ के कृषि विज्ञान केंद्र केवीके का जायजा लेने गए थे।
डीसी ने कृषि विशेषज्ञों से पर्यावरण के लिए खड़ी हो रही गंभीर चुनौती के लिए किसानों को जागरुकता फैलाने के लिए कहा। इसके साथ ही कहा कि वे ऐसे सुझाव बताएं, जिससे खेतों में इसे न जलाया जाए। डीसी ने यहां विभिन्न प्रोजेक्टों के बारे में जानकारी ली। केवीके में भूमि व जल संरक्षण विभाग द्वारा सोलर पंप सेट का काम देखा। भूमि संरक्षण अफसर अनिल शर्मा को उन्होंने 75 फीसद सब्सिडी वाले इस पंप का लाभ किसानों व सरकारी विभागों देने के लिए जागरुक करने को कहा। डीसी ने कहा कि केवीके जिले के किसानों के लिए आमदनी के स्त्रोतों में बढ़ोतरी करने का बड़ा साधन न सकता है। उन्होंने जिले के किसानों से केवीके के कृषि विशेषज्ञों से जानकारी लेकर लाभ उठाने को कहा।
केवीके के डिप्टी डायरेक्टर इंजीनियर जुगराज ¨सह ने किसानों की भलाई के लिए किए जा रहे कामों के बारे में जानकारी दी।
डीसी ने केंद्र में सेल्फ हेल्प ग्रुप की सिखलाई के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इसका लाभ इस तरह से महिलाओं को दिया जाए कि ट्रे¨नग ले चुकी महिलाएं या सेल्फ हेल्प ग्रुप खेती के साथ अधिक आमदनी प्राप्त कर सकें। उन्होंने केवीके में मिट्टी, पानी जांच लैब, मुर्गी फार्म व बकरी पालन यूनिट को भी देखा।