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बिजली गुल होते ही 'तीसरी आंख' भी हो जाती हैं बंद

मनदीप ¨सह, नवांशहर शहर की मुख्य सड़कों पर लगे बोर्डो में ऐसे भी प्रचार-प्रसार वाले बोर्ड भी

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jun 2018 06:53 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jun 2018 06:53 PM (IST)
बिजली गुल होते ही 'तीसरी आंख' भी हो जाती हैं बंद
बिजली गुल होते ही 'तीसरी आंख' भी हो जाती हैं बंद

मनदीप ¨सह, नवांशहर

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शहर की मुख्य सड़कों पर लगे बोर्डो में ऐसे भी प्रचार-प्रसार वाले बोर्ड भी नजर आ जाते हैं, जिनमें लिखा होता है सावधान आप सीसीटीवी कैमरे की नजर में हैं। इससे आम लोग खुद को सुरक्षित सा महसूस करता है कि सीसीटीवी कैमरें में कैद होने के डर से कोई शरारती तत्व किसी घटना को अंजाम देने से डरेगा। शरारती तत्व भी सहमा सा रहता है कि उनकी कोई हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद न हो जाए, लेकिन शहर में हालात यह है कि लगाए गए सीसीटीवी कैमरे बिजली जाते ही बंद हो जाती हैं। इससे सीसीटीवी के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की मॉनीट¨रग भी नहीं हो पाती। इस वजह से पुलिस की जांच भी कई बार प्रभावित हो जाती है।

जानकारी अनुसार शहर में सुरक्षा व निगरानी के लिए कलगाई गई तीसरी आंख यानि सीसीटीवी कैमरे धीरे-धीरे बंद हो रहे हैं, जिसका मुख्य कारण रखरखाव नहीं होना है। इसके अलावा हालात यह है कि सीसीटीवी कैमरे रात व दिन के समय तब काम नहीं करते जब बिजला चली जाती है। हालांकि ऐसा सभी कैमरों के साथ नहीं है, लेकिन अधिकांश कैमरे जो लगाए गए हैं वे सीधे बिजली से जोड़ दिया गया है। इस वजह से बिजली जाते ही तुरंत कैमरा काम करना बंद कर देता है।

गत दिनों रात के समय चली तेज आंधी व बाद में हुई बारिश के दौरान नेशनल हाइवे पर स्थित आरके स्वीट्स की बंद दुकान पर दो नकाबपोश युवकों ने गोलियां चलाई थी। पुलिस को दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तो मिल गई, मगर वहां से पुलिस को आरोपितों के संबंध मे अधिक जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस ने दुकान के आस पास व एनएच पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पाया गया कि बिजली जाते ही कैमरे काम करना बंद कर गए थे।

दी नवांशहर वेलफेयर एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार का कहना है कि पुलिस प्रशासन को शहर की सुरक्षा के लिए लगए गए सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करना चाहिए, ताकि किसी अप्रिय घटना के दौरान यह पता चल सके कि यह घटना कैसे घटित हुई व आरोपित कौन है। ऐसे में शरारती तत्वों को भी डर रहेगा कि वे सीसीटीवी की नजर में आ सकते हैं, इसलिए उन्हें कोई गलत गतिविधि नहीं करनी चाहिए।

उधर, एसएचओ शहबाज ¨सह ने कहाकि तेज हवाओं, बारिश की वजह से व बदली जा रही बिजली की तारों के कारण कैमरों की कनेक्टिविटी को नुकसान पहुंचता है। हालांकि रखरखाव का काम भी जारी रहता है। मगर बिजली चले जाने पर कैमरे बंद होने के मामले में जल्द ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों को पावर सप्लाई दी जाएगी, ताकि वे रात को बिजली जाने पर भी काम करें। यह सब व्यापारियों व शहरवासियों के सहयोग से जल्द करवाया जाएगा। बाक्स---

एसएसपी दफ्तर के कंट्रोल रुम से जुड़ा है सीसीटीवी

साल 2014 में नवांशहर में तैनात रहे एसएचओ राज कुमार ने समाजसेवी संगठनों की सहायता से शहर के विभिन्न जगहों पर 70 सीसीटीवी कैमरे लगाए थे, जिनका सीधा संपर्क एसएसपी दफ्तर स्थित कंट्रोल रूम से जोड़ा गया था। मार्च 2016 को बकायदा इसका उद्घाटन भी किया गया था। शहर की हदों को सुरक्षित रखने के लिए करिआम रोड पर अनाज मंडी गेट, बरनाला गेट के पास, शिवालिक स्कूल से पीछे, अलाचौर इलाके में भी लगाए गए थे। हालांकि इन कैमरों का संपर्क कंट्रोल रूम से नहीं था, बल्कि कैमरों को स्थानीय लोगों ने स्वयं लगवाए थे।


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