अध्यापकों के 27 पद खाली, प्रबंधन ने काम चलाने को 8 और अध्यापक
मनदीप ¨सह, नवांशहर जिला मुख्यालय स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के स्मार्ट स्कूल बनते
मनदीप ¨सह, नवांशहर
जिला मुख्यालय स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के स्मार्ट स्कूल बनते ही अध्यापकों की कमी खलने लगी है। इस कमी को आंशिक रूप से पूरा करने के लिए स्कूल प्रबंधन ने विभिन्न विषयों संबंधित 8 अध्यापकों की तैनाती करवाने की मांग की है, ताकि स्मार्ट स्कूल योजना के तहत प्रत्येक कक्षा में अंग्रेजी में पढ़ाने के लिए बनाए गए सेक्शन में बच्चों को अच्छे से पढ़ाई को करवाया जा सके। आलम यह है कि स्कूल को सेशन की शुरुआत में ही अध्यापकों की कमी खलनी शुरू हो गई है।
जिला मुख्यालय स्थित एकमात्र स्मार्ट स्कूल का हालात यह है कि स्कूल में विभिन्न विषयों से संबंधित कुल 63 पद मंजूर हैं। इनमें से सिर्फ 36 पद ही भरा हुआ हैं, जबकि अन्य 27 पद खाली हैं। यही नहीं स्कूल में कामर्स विषय के 5 के 5 पद खाली हैं। इसके अलावा इक्नामिक्स (अर्थशास्त्र) का एक पद है खाली पड़ा है। अंग्रेजी के 2 पदों में से एक खाली है। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि पंजाबी के 3 के 3 पद ही खाली पड़े हैं। हालांकि स्कूल प्रबंधन की तरफ से स्कूल में मौजूद अध्यापकों के अलावा कुछेक विषयों के लिए स्थानीय स्तर पर अध्यापक रखे गए हैं, जिसे वेतन पीटीए फंड या कहें डेवेलपमेंट फंड के तहत आने वाली राशि से दिया जाता है। मगर स्मार्ट स्कूल बनने से जहां स्कूल का स्टैंडर्ड ऊंचा हुआ है वहीं स्कूल में कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12 तक के प्रत्येक कक्षा का एक अलग अंग्रेजी सेक्शन बनाने के चलते विषय माहिर अध्यापकों की कमी पेश आने लगी है। हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने अपने स्तर पर बनाई गई रणनीति के तहत विभाग से अध्यापकों की मांग की गई है।
भले ही स्कूल में 27 रैगुलर अध्यापकों की कमी है जो विभिन्न विषयों से संबंधित हैं, मगर फिलहाल जरूरत के अनुसार स्कूल प्रबंधन की तरफ से 8 अध्यापकों की मांग की गई है। इनमें कामर्स के 2, अंग्रेजी का एक व पंजाबी का एक लैक्चरार की मांग की गई है, इसके अलावा पंजाबी, अंग्रेजी के 2-2 मास्टर कैडर अध्यापकों की मांग की गई है, ताकि स्कूल में स्मार्ट स्कूल के नियमानुसार पढ़ाई करवाया जा सके। बाक्स---
शिक्षा विभाग के ध्यान में है पूरा मामला: प्रिंसिपल
स्कूल ¨प्रसिपल सरबजीत ¨सह का कहना है कि स्कूल की तरफ से विभाग के समक्ष विभिन्न विषयों से संबंधित 8 अध्यापक, जिनमें मास्टर कैडर व लैक्चरार शामिल हैं की मांग उठाई गई है। स्कूल में टी¨चग व नान टी¨चग स्टाफ के करीब 35 पद खाली होने की बात विभाग के ध्यान में है।