आधे दिन बंद रहे शहर के बाजार, कस्बों में बंद का नहीं दिखा असर
जासं, नवांशहर पेट्रोल-डीजल की दामों बढ़ोतरी व जनता पर पड़ने वाले बोझे के विरोध में कां
जासं, नवांशहर
पेट्रोल-डीजल की दामों बढ़ोतरी व जनता पर पड़ने वाले बोझे के विरोध में कांग्रेस समेत विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा भारत बंद का असर केवल नवांशहर के शहरी क्षेत्र व बंगा में देखने को मिला। अन्य कस्बों में बाजार रोजाना की तरह ही बाजार खुले रहे। शहर में यह स्थिति थी की सुबह सारे बाजार व दुकानें बंद थी, लेकिन दोपहर होते ही दुकानें खुल गई। इससे शहर में बंद केवल कुछ घंटों का ही रहा। सुबह दुकानों के साथ-साथ सड़क किनारे लगने वाले रहड़ी -फड़ी वालों ने भी हड़ताल का समर्थन किया और रेहड़ियां नहीं लगाई।
शहर में आज सुबह विभिन्न बाजार में दुकानदार पहुंचे और दुकानें खोल दी। इसके बाद नगर कौंसिल प्रधान ललित मोहन पाठक व अन्य कांग्रेसियों ने दुकानदारों को बाजार को बंद करने को कहा। इसके बाद शहर की कोठी बाजार, गीता भवन रोड, आर्य समाज रोड, रेलवे रोड, सर्राफा बाजार, रेवड़ियां बाजार, नेहरू गेट, सलोह रोड, ओल्ड कोर्ट रोड सहित सभी बाजार बंद हो गए। आज बैंक व दवाइयों की दुकानें खुली रही। कांग्रेस की ओर से कहीं भी किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं किया गया। दुकान बंद कर दुकानदार अपनी दुकानों के आस-पास ही थे। दोपहर में एक-एक करके दुकानें खुलने लगीं। शाम पांच बजे तक अधिकांश बाजार खुल गए और पहले जैसी चहल पहल होने लगी। बंगा में भी दुकानें आज बंद रही हैं। यहां कांग्रेसी नेताओं के साथ अकाली नेताओ ने भी घूम-घूम कर दुकानदारों से दुकानों को बंद करवाया और पेट्रोल डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी का विरोध जताने को कहा।
जबकि राहों में बंद का कोई असर नहीं दिखा। सारे बाजार व दुकानें खुली हुई थीं। बाजार की स्थिति को देख कर ऐसा लगा ही नहीं कि आज भारत बंद रखा गया है। यहां कांग्रेसियों ने दुकानों को बंद करवाने की भी कोशिश नहीं की। उधर, बलाचौर, काठगढ़ में भी यही स्थिति रही। बाजारों व रोजमर्रा के जीवन पर बंद कोई असर नहीं दिखा। यही स्थिति जिले के छोटे कस्बों व गांवों में भी रही।
बंद के दौरान जिले में कहीं भी किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ। पुलिस की ओर से कानून व व्यवस्था लागू करने के लिए जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया था।