अस्पताल में हुई मरीज की मौत, परिजनों ने दिया धरना
अस्पताल में मंगलवार रात को उपचार के दौरान आए मरीज की हुई मौत मामले में पुलिस की तरफ से 174 की कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार मोता ¨सह रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में इंजोग्राफी करवाने के लिए आए गढ़शंकर के गांव लैहरा के रहने वाले व्यक्ति की अचानक तबियत बिगड़ गई। जिसके चलते अस्पताल के डाक्टरों ने वहीं पर उसका उपचार शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
अस्पताल में मंगलवार रात को उपचार के दौरान मरीज की हुई मौत मामले में पुलिस ने 174 की कार्रवाई की है। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए धरना भी दिया।
मोता ¨सह रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में इंजोग्राफी करवाने के लिए आए गढ़शंकर के गांव लैहरा के रहने वाले व्यक्ति की अचानक तबियत बिगड़ गई। जिसके चलते अस्पताल के डाक्टरों ने वहीं पर उसका उपचार शुरू कर दिया। मगर इस दौरान उसकी तबियत अधिक खराब हो गई। उसे आइसीयू में ले जाया गया, जहां पर उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आईसीयू में ले जाने के दौरान मरीज के पारिवारिक सदस्यों ने मरीज को अन्य अस्पताल में रैफर करने को कहा था। इस दौरान स्टाफ मरीज को रेफर करने की कागजी करवाई करने लगा और मरीज की आइसीयू में ही मौत हो गई। मगर पारिवारिक सदस्य इस दौरान भड़क गए।
इस दौरान पारिवारिक सदस्यों ने आरोप लगाया कि जब वे अस्पताल में उपचार करवाना ही नहीं चाहते थे तो डाक्टरों ने उपचार शुरू क्यों किया। अस्पताल की तरफ से शव को बाहर रख दिया गया, जिस वजह से पारिवारिक सदस्य भड़क गए। रात के समय अस्पताल में स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके चलते मौके पर डीएसपी नवांशहर मुख्यत्यार राय व अन्य पुलिस अधिकारी पहुंच गए व लोगों को शांत करवाया।
मामले संबंधी जानकारी देते हुए एएसआई म¨हदर ¨सह ने बताया कि पुलिस की तरफ से मृतक के बेटे हर¨वदर ¨सह के बयान दर्ज करके 174 की कार्रवाई करके शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जा सकती है।