इंसान दे प्रभु की भक्ति पर ध्यान: साधक महेश
संवाद सूत्र, नवांशहर रविवार को टीचर कॉलोनी में श्री राम शरणम आश्रम के साधक महेश ने प्रवचनों के दौर
संवाद सूत्र, नवांशहर
रविवार को टीचर कॉलोनी में श्री राम शरणम आश्रम के साधक महेश ने प्रवचनों के दौरान बताया कि हमें हर हाल में प्रभु की सिमरन करना चाहिए। संसार में इंसान को प्रभु ने अपनी भक्ति के लिए भेजा है। इंसान को प्रभु की भक्ति करते हुए एक दूसरे की ¨नदा से दूर रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें अच्छे कर्म करने चाहिए, ताकि हम प्रभु भक्ति में जीवन मरण के चक्कर से बाहर आ सके। परमात्मा का नाम इंसान को भव सागर से पार लेकर जाता है। साधक महेश ने बताया कि प्रभु श्री राम के हनुमान परम भक्त थे, वह जब एक दूसरे से मिले तो उन्होंने एक दूसरे को समझनें में ज्यादा समय नहीं लगाया। प्रभु ने इंसान को जन्म प्रभु भक्ति के लिए दिया, परंतु इंसान जन्म लेने के उपरांत प्रभु को ही भूलने लगा है। वह प्रभु से जब कोई मतलब हो तब ही उसका नाम सिमरन करता है। जब वह भगवान इंसान को बिना मांगे ही इतना कुछ दे रहा है तो हमें उस परमात्मा को बिना किसी मतलब के ही उसका ध्यान करना चाहिए।
इससे पहले श्री अमृतवाणी जी का पाठ किया गया। उन्होंने भजन तेरे दर पे खड़े है दर खोल बाबा.. सुना कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में श्री गणपति उत्सव कमेटी टीचर कॉलोनी प्रबंधकों ने साधक महेश को सम्मानित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।