कविता उच्चारण में जैसिका अव्वल रही
संवाद सूत्र, नवांशहर केसी पब्लिक स्कूल में ¨हदी दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों के ¨हदी की क
संवाद सूत्र, नवांशहर
केसी पब्लिक स्कूल में ¨हदी दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों के ¨हदी की कविताओं के उच्चारण मुकाबले करवाए गए। इसमें ज्यादातर ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की ही कविताएं सुनाई।
स्कूल ¨प्रसिपल डॉ. मधु चोपड़ा ने बताया कि आज राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए ¨हदी का ज्ञान बहुत ही जरुरी है। भारत के गुरुकुलों में अपने देश के ही नहीं विदेशो के भी नागरिक प्राचीन काल से ही ¨हदी की शिक्षा ग्रहण करने आ रहे है। स्टूडेंट आज अंग्रेजी में दक्षता महारत के लिए इंग्लिश स्पी¨कग कोर्स करते है, पंरतु ¨हदी के लिए थोड़ा सा भी प्रयास नहीं करते। हम कितनी भी भाषाएं सीख ले परंतु हम भारतीयों को ¨हदी का ज्ञान होना बहुत ही जरुरी है।
जाग्रति गांधी ने बताया कि 14 सितंबर 1949 के दिन आजादी के उपरांत ¨हदी को राष्ट्रभाषा का गौरव प्राप्त हुआ था, उस दिन के यादगार के तौर पर 1953 में संविधान में बहुमत से 14 सितंबर को ¨हदी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया, जिसके उपरांत ¨हदी को प्रफुल्लित करने के लिए यह दिन आज तक मनाया जा रहा है। इसके बाद छात्रा तमन्ना वालिया ने सुनाया कि ठन गई! मौत से ठन गई! जूझने का कोई मेरा इरादा न था.., छात्रा मुस्कान ने बाधाएं आती है आज घिरे प्रलय की घोर घटाएं..आदि कविताएं सुना कर विद्यार्थियों ने अपनी भीतर की प्रतिभा को मंच पर निकाला। प्रोग्राम कोआर्डीनेटर नीतू ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पहला स्थान छठी कक्षा की जैसिका ने, दसवीं की तमन्ना वालीया व सातवीं की मोहनी ने संयुक्त रूप से दूसरा स्थान व छठी की मुस्कान ने तीसरा स्थान हासिल किया है।
जज की भूमिका ¨प्रसिपल डॉ. मधु चोपड़ा व तरुणा बजाज ने अदा की। इस अवसर नीतू, संदीप वालीया, जगप्रीत, ज्योति, मीनू कंडा, सिल्की, जसकरण कौर, पीआरओ विपन कुमार आदि हाजिर रहे।